भगवा चिंतक गोविंदाचार्य ने अपने वकील के जरिए आर्थिक कार्य विभाग के सचिव शक्तिकांत दास और रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल को भी कानूनी नोटिस भेजा है।
गोविदांचार्य ने सरकार से पीड़ित लोगों के लिए मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत आम जनता को जीने का अधिकार है। परंतु सरकार के आकस्मिक निर्णय से देश की जनता घोर संकट में आ गई है।
नोटिस के अनुसार केंद्र सरकार के बड़े नोटों को बंद करने के निर्णय से 40 लोगों की मौत की खबर है। साथ ही देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो रही है। भगवा विचारक ने कहा है कि सरकार द्वारा दुर्घटना में मारे गए लोगों को मुआवजा दिया जाता है।
 
गंभीर हालत में केंद्र सरकार नोटबंदी के वजह से मरने वालों को मुआवजा क्यों नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से लोग आकस्मिक तौर पर मौत का शिकार हो रहे हैं। 
गोविंदाचार्य ने कहा है कि आम जनता के खिलाफ सख्ती करने से पहले सरकार को काले धन के उन बडे़ खिलाड़ियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए,जिन्होंने सरकारी बैंकों का पैसा गटक लिया है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    