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बेबी फूड में झींगुर मिलने की जांच में जुटी नेस्ले

शिशु आहार बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी नेस्ले की भारतीय ईकाई नेस्ले इंडिया अभी बच्चों के मनपसंद भोजन मैगी पर प्रतिबंध के संकट से उबरी भी नहीं थी कि तमिलनाडु में उसके बेबी फूड उत्पाद सेरेलॅक में कीड़े मिलने की खबर ने कंपनी की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
बेबी फूड में झींगुर मिलने की जांच में जुटी नेस्ले

नेस्ले इंडिया ने बुधवार को कहा कि वह बेबी मिल्क फूड उत्पाद में कथित रूप से जिंदा झींगुर मिलने की शिकायत की जांच कर रही है और इस मामले में अधिकारियों के साथ सहयोग कर रही है। नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने पीटीआई भाषा से कहा, हमें मालूम है कि कोयंबटूर में एक उपभोक्ता ने हमारे शिशु आहार उत्पाद सेरेलेक स्टेज 3 के पैक में कीड़े मिलने की बात कही है। अपने उत्पादों की गुणवत्ता एवं सुरक्षा हमारी कंपनी के लिए गैर समझौता योग्य है और हम ऐसी रिपोर्ट को हमेशा गंभीरता से लेते हैं।

उन्होंने कहा, हमने इस शिकायत की जांच के लिए हर कोशिश की है और इस मामले में अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। शनिवार को कोयंबटूर के एक दंपति ने खाद्य एवं सुरक्षा विभाग से शिकायत की थी कि उन्होंने जो पैकेट खरीदा था, उसमें झींगुर मिले। इस पैकेट की एक्सपायरी तारीख 20 मई, 2016 थी। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इकट्ठा किए गए नमूनों का प्रयोगशालाओं में परीक्षण होगा। इस बीच प्रवक्ता ने बताया कि नेस्ले की विनिर्माण प्रौद्योगिकी सीलबंद पैकेट में कीड़े की संभावनाओं को पूरी तरह खारिज करती है और कंपनी के अधिकारियों ने दंपति से भेंट की है।

नेस्ले के लोकप्रिय मैगी नूडल पर पहले ही खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई द्वारा पाबंदी लगाई जा चुकी है क्योंकि उसमें सीसा और स्वाद संवर्धक मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) अनुमेय स्तर से अधिक थे। सोमवार को नेस्ले इंडिया ने कहा था कि उसने बाजार, फैक्ट्र‌ियों और वितरण नेटवर्क से मैगी मंगाकर 320 करोड़ रुपये की मैगी नष्ट करना शुरू किया है।

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