आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी एसपी रैंक के अधिकारी सलविंदर सिंह से पिछले 15 दिन से अपने मुख्यालय में गहन पूछताछ कर रही है और उनके कई वैज्ञानिक परीक्षण भी किए गए हैं जिनमें लाई डिटेक्टर परीक्षण भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सिंह के कार्यालय, निवास और अमृतसर में उनके पैतृक स्थान सहित विभिन्न स्थानों पर छापों के दौरान कोई भी आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद नहीं हुआ। पाकिस्तान स्थित जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों ने 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात उनका अपहरण कर लिया था और इसके बाद की घटनाओं का क्रम निश्चित करने के लिए एनआईए एसपी सिंह से पूछताछ कर रही थी। एसपी ने दावा किया था कि उन आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया था, जिन्होंने पठानकोट स्थित वायुसेना स्टेशन पर हमला किया था।
अधिकारी के अनुसार पठानकोट और गुरदासपुर के सीमावर्ती जिलों में चल रहे मादक पदार्थों के गिरोह का हिस्सा होने के संदेह में एसपी जांच के घेरे में थे। उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने सिंह और उनके रसोइए को छोड़ दिया था लेकिन सिंह के जौहरी मित्र राजेश वर्मा को सड़क पर फेंकने के पहले उसका गला रेत दिया था। इससे संदेह और बढ़ गया था।
पठानकोट स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन पर आतंकवादियों का हमला करीब 80 घंटे चला था, उस हमले में सात सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। जैश ए मोहम्मद समूह के चार आतंकवादियों के शव बरामद किए गए थे। समझा जाता है कि दो अन्य आतंकवादी उस इमारत में ही जल गए जहां वे मुठभेड़ के दौरान छिपे थे।