50 वर्षीय आमिर ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें अपने भारतीय होने पर गर्व है। हाल में असहिष्णुता की बढ़ती घटनाओं पर चिंता और निराशा जाहिर करने के लिए अभिनेता की भाजपा और फिल्म जगत के एक धड़े ने कड़ी आलोचना की थी। उनके इस बयान के बाद उनपर चौतरफा हमले शुरू हो गए थे। भाजपा सहित कई हिंदू संगठनों ने आमिर के बयान के लिए उनकी निंदा और आलोचना करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इनके अलावा फिल्म जगत की भी कई हस्तियों ने आमिर को उनके बयान के लिए आड़े हाथों लिया। अपने बयान में आमिर ने आज कहा, पहले मैं बताना चाहता हूं कि न तो मैं और न ही मेरी पत्नी किरण का देश छोड़ने का कोई इरादा है। हमने न तो ऐसा किया और न ही भविष्य में ऐसा करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा, जो लोग मेरा विरोध कर रहे हैं उन्होंने या तो मेरा साक्षात्कार नहीं देखा या जानबूझकर मेरी बातों को तोड़-मरोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत मेरा देश है, मैं इसे प्यार करता हूं। मैं यहां जन्म लेकर खुद को भाग्यशाली मानता हूं और मैं यहीं रह रहा हूं।
दिल्ली में सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान अभिनेता ने यह कहकर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था कि वर्तमान माहौल में उनकी पत्नी को अपने बच्चे के लिए भय लगता है। उन्होंने कहा था, किरण और मैंने अपनी पूरी जिंदगी भारत में गुजारी है। पहली बार किरण ने कहा कि क्या हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए। उसे अपने बच्चे के लिए भय है, उसे भय है कि हमारे आसपास का माहौल कैसा होगा। कड़ी आलोचनाओं के बीच आज जारी अपने बयान में आमिर ने कोई पश्चाताप नहीं दिखाया। उन्होंने साफ तौर पर कहा, मैंने अपने साक्षात्कार में जो कहा उस पर कायम हूं। जो लोग मुझे देश विरोधी कह रहे हैं उनसे मैं कहना चाहता हूं कि मुझे खुद के भारतीय होने पर गर्व है और इसके लिए मुझे किसी से अनुमति लेने या मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है।। उन्होंने कहा, अपनी मन की बात कहने पर जो लोग मेरे खिलाफ भद्दी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके लिए मुझे दुखी होकर कहना पड़ रहा है कि वे बस मेरी बात को सही साबित कर रहे हैं। असहिष्णुता पर अपनी टिप्पणी के बारे में आमिर ने कहा, मैंने जो कुछ कहा है, उस पर मैं अब भी कायम हूं।