कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से भाजपा के एक विधायक ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने पर कहा था कि अनुच्छेद 370 के हटने से पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है, क्योंकि अब इससे वे ‘गोरी’ कश्मीरी लड़कियों से शादी कर सकेंगे। उनके इस बयान की काफी निंदा हुई। लेकिन अभी यह विवाद थमा भी नहीं था कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कश्मीरी महिलाओं पर एक बयान देकर विवाद को हवा दे दी है। खट्टर ने कहा कि अनुच्छेद 35 ए खत्म होने के बाद अब हरियाणा के लोग कश्मीर से भी दुल्हन ला सकते हैं। बता दें कि अनुच्छेद 35 ए के तहत यह कानून था अगर कोई कश्मीरी लड़की गैर-कश्मीरी से शादी करती है, तो वह अपने संपत्ति के अधिकार को गंवा बैठेगी।
खट्टर ने फरीदाबाद में एक रैली के दौरान कहा, “हमारे मंत्री धनकड़ जी कहा करते थे कि अगर राज्य में लड़कियों की संख्या कम होती है और लड़कों की संख्या बढ़ती है, तो हमें बिहार से बहुओं को लाना होगा। अब कश्मीर का रास्ता साफ हो गया है, तो हम वहां से लड़कियों को ला सकते हैं। खैर, मजाक की बात अलग है। अगर लिंग अनुपात सही है, तो समाज में सही संतुलन होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “हरियाणा निम्न लिंग अनुपात को लेकर कुख्यात रहा है। लोग कहा करते थे कि बच्चियों को यहां मार दिया जाता है। हमने बच्चियों को बचाने के लिए राज्य में एक अभियान चलाया। पहले लिंग अनुपात हर 1000 लड़कों पर 850 लड़िकयों का था। अब यह प्रति हजार 933 हो गया है।”
वैसे, यह पहली बार नहीं है जब हरियाणा के मुख्यमंत्री आपत्तिजनक बयानों को लेकर विवादों में आए हैं। पिछले साल उन्होंने बलात्कार की घटनाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने पिछले साल नवंबर में कहा था, “बलात्कार और छेड़छाड़ के 80 से 90 फीसदी मामलों में पीड़ित और आरोपी एक-दूसरे को जानते हैं। कई मामलों में वे लंबे अरसे एक-दूसरे के साथ संबंध में रहे और एक दिन जब उनके बीच किसी बात को लेकर झगड़ा होता है, तो बलात्कार का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करा दी जाती है।”
गोयल ने लगवाए पोस्टर
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद विजय गोयल ने भी अपने आवास के बाहर कश्मीर को लेकर एक पोस्टर लगवाया है। जिस पर एक कश्मीरी लड़की मुस्कारा रही है और पोस्टर पर लिखा है, “धारा 370 का जाना, तेरा मुस्कराना।” इसे लेकर भी विवाद पैदा हो गया है। गोयल के ट्वीट पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने गोयल को जवाब दिया, “कितनी घटिया सोच है। हिम्मत है तो अपनी बेटी की तस्वीर घर के बोर्ड पर लगाओ। एक तरफ हमारे प्रधानमंत्री कश्मीर का दिल जीतने की कोशिश कर रहे है, दूसरी तरफ उनके मंत्री कश्मीरी लड़कियों के प्रति अपनी गंदी सोच उजागर कर रहे हैं! कार्यकर्ताओं की क्या गलती जब नेता ही ऐसी ओछी सोच रखते हैं।”
वहीं, फैक्ट चेक करने वाली वेबसाइट अल्ट न्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने गोयल के पोस्टर वाले ट्वीट पर लिखा है कि पोस्टर में महिला की जो तसवीर है, वह पांच साल पुरानी है। छुट्टियों में कश्मीर गए एक परिवार ने कश्मीरी पोशाक में यह तसवीर खिंचवाई थी। यहां तक कि महिला भी संभवतः कश्मीरी नहीं है।