देश के विभिन्न राज्यों में अफ्रीकी नागरिकों पर हुए हमलों को लेकर गोवा के मुख्यमंत्री की टिप्पणी से एक ताजा विवाद खड़ा हो गया है। गोवा में एक नाइजीरियाई नागरिक के खिलाफ बलात्कार के हाल के आरोपों और दिल्ली में नस्ली हमलों के सवाल पर पारसेकर ने बिना कोई ब्यौरा दिए हुए समाचार एजेंसी भाषा को बताया, आमतौर पर लोग नाइजीरियाइयों से गुस्सा हैं, अन्य विदेशियों से नहीं। मुझे लगता है कि नाइजीरियाइयों का एक अलग व्यवहार है। राज्य में भाजपा सरकार की अगुवाई कर रहे पारसेकर ने बताया, हमारे यहां अन्य सभी देशों के लोग आते हैं लेकिन आमतौर पर गोवा के लोगों को उनके व्यवहार, रवैया, उनके जीवन जीने के तरीके को लेकर बहुत अधिक परेशानी है। क्योंकि कई अवसरों पर हमने नाइजीरियाई लोगों के खिलाफ शिकायतें सुनी हैं। साथ ही पारसेकर ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में अवैध तरीके से रह रहे लोगों को एक स्थान पर रखने के लिए विचार कर रही है। उन्होंने कहा, न केवल नाइजीरियाई बल्कि राज्य में अवैध रूप से रह रहे सभी विदेशियों को हम इस हिरासत स्थल पर रखेंगे। उन्होंने बताया, हम उस जगह की तलाश कर रहे हैं जहां उन्हें हिरासत में रख सकें।
पारसेकर के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि इससे भाजपा सरकार का नस्लीय रवैया परिलक्षित होता है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, पहले वी के सिंह और अब भाजपा से ताल्लुक रखने वाले गोवा के मुख्यमंत्री ने नाइजीरिया समेत अफ्रीकी महाद्वीप के लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है। सुरजेवाला ने कहा, उन्हें महसूस नहीं हो रहा है कि अफ्रीका में महात्मा गांधी के संघर्ष सहित पूरे अफ्रीकी महाद्वीप के साथ हमारा ऐतिहासिक रिश्ता रहा है। जिस तरीके से हम पर्यटकों विशेषकर अफ्रीकी देशों के नागरिकों का अपमान कर रहे हैं उससे भाजपा सरकार के नस्लवादी रवैये का पता चलता है।
राष्ट्रीय राजधानी में कांगो के एक युवक की हत्या और हैदराबाद में 23 वर्षीय एक नाइजीरियाई छात्रा पर हमला सहित पिछले कुछ दिनों में अफ्रीकी नागरिकों पर श्रृंखलाबद्ध हमला किया गया है जिस पर अफ्रीकी राजदूतों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कल देशव्यापी संवेदीकरण अभियान चलाने सहित कई कदमों की घोषणा की। साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांगो के एक युवक की हत्या एक नस्लीय अपराध नहीं है। विदेश राज्यमंत्री वी के सिंह, विदेश सचिव एस जयशंकर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुषमा ने अफ्रीकी राजदूतों और छात्रों के एक समूह से दिल्ली में मुलाकात की थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत गांधी और बुद्ध की धरती है और इसने लगातार नस्लीय भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी है जिसकी कभी नस्लीय मानसिकता नहीं हो सकती।