इस मौके पर लीग के राष्ट्रीय सचिव खुर्रम अनीस ने कहा कि कुछ हिंदू कट्टरपंथी मुसलमानों की मौजूदगी सहन नहीं कर पा रहे हैं। बहुत से लोग अखलाक की हत्या को हादसा, घटना या क्रिया की प्रतिक्रिया बता रहे हैं जबकि वह साफ तौर पर हत्या है। अनीस ने कहा कि चरमपंथी अब कोशिश कर रहे हैं कि किस प्रकार मुस्लिम युवाओं को कुछ गलत कामों में फंसाया जाए। मौजूदा सरकार के समय में ऐसी नफरत भरी आबो-हवा ज्यादा तेजी से फैली है। अनीस के अनुसार भाजपा नेताओं की ओर से हर दिन भड़काऊ भाषण दिए जा रहे हैं लेकिन शीर्ष नेतृत्व चुप है। अनीस के अनुसार इससे मुल्क की नींव कमजोर होगी और खामियाजा पूरे देश को भुगतना होगा।
मौलाना कौसर हयान ने कहा कि चुनावों में ही ऐसी हिंसा करवाई जाती है। बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर जानबूझकर दादरी वाली हिंसा करवाई गई है। कौसर का कहना है कि पार्टी चाहे कोई भी हो सभी को मुसलमानों का वोट चाहिए। इनके अनुसार प्रधानमंत्री के दूसरों को चुप कराकर खुद इन मसलों पर ब्यान दें। कौसर ने कहा कि देश में सन सैंतालीस वाले हालात नहीं बनने दिए जाएंगे।
प्रदर्शन में पार्टी के राज्यसभा सांसद अब्दुल वहाब ने भी शिरकत की। अब्दुल वहाब ने कहा कि दादरी वाला मसला सोची समझी योजना का हिस्सा है। उनका कहना है कि देश की सांप्रदायिक ताकतें देश की सेकुलर व्यवस्था को खत्म कर देना चाहती हैं, जिसमें पुलिस और प्रशासन की भूमिका दागदार है।