शुक्रवार को जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऐलान किया कि डेढ़ करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वाले व्यापारी हर माह की जगह अब तीन महीने में रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। इसके अलावा भी कई अहम घोषणाएं की गईं।
इन घोषणाओं को लेकर शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'बदलाव की ये घोषणाएं दिवाली गिफ्ट नहीं हैं। बहुत से अन्य बदलावों की जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'अब आखिरी फैसला लेने का वक्त आ गया है। हम यहां लोगों की सेवा के लिए हैं और उसे करते रहेंगे।'
Changes announced by GST Council are not Diwali gift. Several more changes are required: Uddhav Thackeray, Shiv Sena President pic.twitter.com/TIG0LS358u
— ANI (@ANI) October 7, 2017
ठाकरे ने कहा, 'मैं अर्थशास्त्री नहीं हूं कि कल की घोषणाओं पर टिप्पणी करुं लेकिन मुझे कहना होगा कि पुरानी सरकार अपने फैसलों पर कायम रहती थी।'
I'm not an economist to comment on y'day's announcements but I must say that the previous govt stood firm on it's decisions:Uddhav Thackeray pic.twitter.com/yiUmxahnrL
— ANI (@ANI) October 7, 2017
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मैं जीएसटी में घटाए गए टैक्स स्लैब के लिए सरकार का धन्यवाद करता हूं लेकिन क्या इससे अब तक इकट्ठा किया गया टैक्स वापस आएगा। लोग अब भी खुश नहीं हैं। पेट्रोल के दाम अब भी ज्यादा हैं और महंगाई अब भी बनी हुई है।'
यह कोई पहला मौका नहीं है जब शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधा हो। इससे पहले शिवसेना प्रदेश उप प्रमुख चंद्रमौली मिश्र ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार बोनस तिहार के नाम पर प्रदेश की जनता के खून पसीने की कमाई को चुनावी तैयारी के लिए बर्बाद कर रही है।
बता दें कि शुक्रवार को जीएसटी काउंसिल की 22वीं बैठक के बाद छोटे व्यापारियों और आम लोगों को सरकार की तरफ से टैक्स रेट में राहत दी गई है।
मीटिंग के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि जीएसटी पर अमल के तीन महीने बाद केंद्र सरकार ने इससे परेशान छोटे एवं मझोले उद्योगों (एसएमई) को बड़ी राहत देते हुए कंपोजिशन स्कीम में टर्नओवर की सीमा 75 लाख रुपये से बढ़ाकर एक करोड़ रुपए कर दी है।