कांग्रेस ने जंतर मंतर से आंदोलनकारियों को हटाने के पीछे उनकी आवाज दबाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि देश की आजादी में न तो प्रधानमंत्री का कोई हाथ है और न ही देश बचाने में। विरोध करना लोगों का लोकतांत्रितक अधिकार है और सरकार को लोगों की आवाज बंद नहीं करना चाहिए और उन्हें सही जगह मुहैया करानी चाहिए।
मंगलवार को कांग्रेस के टॉम वडक्कन, आरसी खुनीता, के राजू, मधु और एन उत्तम कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि जंतर मंतर से विरोध प्रदर्शन रोकना गंभीर मसला है। एनजीटी की आड़ में लोकतंत्र के साथ मजाक किया जा रहा है। आखिर सरकार एनजीटी की आड़ में चाहती क्या है। इससे पहले वोट क्लब से लोगों को हटा दिया गया था। जिस रामलीला मैदान पर आंदोलनकारियों को भेजने की बात की जा रही है वह लोकतंत्र पर हमला है क्योंकि वहां प्रदूषण है और कोई सुविधा नहीं है। कांग्रेस नेता वडक्कन ने कहा कि आयकर विभाग, ईडी और कई एजेंसियां सरकार को समय समय पर कृतार्थ करती रही हैं। सवाल यह है कि क्या कानून अपना काम कर रहा है। आंध्र प्रदेश और कठपुतली कालोनी में क्या हालात है। कांग्रेस का इस मामले में रुख साफ है। डी राजा की पत्नी पर हमला करना ठीक नहीं है क्योंकि वह राजनैतिक कार्यकर्ता है। किसी पर निजी हमला करना सही नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस इसकी निंदा करती है।