एटीएस ने काफी देर तक पूछताछ करने के बाद दोनों महिलाओं को छोड़ दिया। पुलिस के पूछताछ के बाद बाद संदीप की मां ने कहा कि अगर संदीप आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा है तो उसे सजा मिलनी चाहिए। इसके साथ ही उसकी भाभी ने कहा कि संदीप के कारनामों की वजह से उन्हें काफी शर्मिंदगी और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संदीप की मां और भाभी दोनों घरेलू साहयक के रूप में काम करती हैं।
2012 में छोड़ा था मुजफ्फरनगर
संदीप उर्फ आदिल ने 2012 में मुजफ्फरनगर छोड़ दिया था और उसने अपने परिवार से बता रखा था कि वह जम्मू में 12000 हजार की नौकरी करता है। उसके पिता की 2007 में ही मौत हो गई थी और उसका भाई हरिद्वार में टैक्सी ड्राइवर है। पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी संदीप के घर पर निगरानी के लिए लगाई है।
भाई ने कहा गोली मार दो
वहीं संदीप के बड़े भाई ने कहा है कि अगर मेरा भाई आतंकी है तो पुलिस को उसे तुरंत गोली मार देनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संदीप जम्मू-कश्मीर वेल्डिंग का काम करने गया था। उन्होंने कहा कि अगर संदीप ने अपराध किया है तो हमारा परिवार उसके बचाव में नहीं आयेगा।
बदल लिया था नाम
पुलिस के मुताबिक एटीएम लूट जैसी वारदातों को अंजाम देने वाला शातिर संदीप शर्मा ने लश्कर के संपर्क में आने के बाद अपना नाम आदिल रख लिया था और एक मुसलमान की तरह रहने लगा था। इतना ही नहीं वह लश्कर के कैंप में पांच वक्त की नमाज भी पढ़ता था। संदीप उर्फ आदिल लश्कर के लिए एटीएम लूट कर फण्ड जुटाता था।