राजधानी दिल्ली में जानलेवा प्रदूषण और स्मॉग पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच टकराव चल रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने गुरुवार को केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि केजरीवाल ऐसे शख्स हैं जिन्हें कम जानकारी वाले मसलों पर भी बोलने की आदत है। बता दें कि दिल्ली में दमघोंटू प्रदूषण के मसले पर दोनों राज्यों के सीएम के बीच जुबानी जंग जारी है। पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाने के मसले के समाधान के लिए केजरीवाल ने सीएम अमरिंदर और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिलने का वक्त मांगा था, लेकिन दोनों सीएम ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया था।
Mr.Kejriwal is a peculiar person who has views on everything without understanding the situation. There is 20 million ton of paddy straw, where do I ask farmers to store? So Mr.Kejriwal doesn't understand this problem: Punjab CM Capt.Amarinder Singh pic.twitter.com/GRVagE7NpX
— ANI (@ANI) November 9, 2017
कैप्टन अमरिंदर ने कहा, 'केजरीवाल एक अजीब शख्स हैं। वह हर मुद्दे पर बिना समझे बोलने लगते हैं। हमारे यहां करीब दो करोड़ टन पराली का मलबा है, क्या मैं किसानों को इसे स्टोर करने के लिए कहूं? केजरीवाल जी को समस्या की समझ नहीं है।'
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार शाम ट्वीट कर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिलने की इच्छा जताई थी। उन्होंने दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक जैसा लेटर लिखा, जिसके जबाब में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा पहले ही प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए उचित कदम उठा रहा है, वहीं पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पराली के धुंए पर रोक के लिए केंद्र सरकार के हस्तक्षेप को जरूरी बताया।
केजरीवाल को जवाब देते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लिखा, 'हालात गंभीर हैं पर पंजाब असहाय है, क्योंकि समस्या बहुत फैल चुकी है और राज्य के पास किसानों को मुआवजा देने के लिए पैसा नहीं है। यह दो राज्यों के बीच चर्चा का मुद्दा नहीं है, इससे कुछ हासिल नहीं होगा। इसमें केंद्र के दखल की जरूरत है।' कैप्टन के इस ट्वीट के बाद केजरीवाल ने भी उन्हें जवाब दिया और कहा, 'सर, अगर हम मिलें तो यह सबसे बेहतर होगा। क्या आप अनुमानित फंड साझा कर सकते हैं? हम दोनों मिलकर केंद्र से गुहार लगा सकते हैं। इससे दोनों राज्यों के लोगों को मदद मिलेगी।'
आज सुबह केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा, पंजाब और दिल्ली सरकार को राजनीति को अलग रखकर हर साल पैदा होने वाले इस प्रदूषण की समस्या का स्थायी समाधान की कोशिश करनी चाहिए।