कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्विट किया कि केंद्र को राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए और संकट का सामना कर रहे देशभर के किसानों के साथ राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, यह उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए आंशिक राहत है, लेकिन यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। संकट में फंसे किसानों के लिए कर्ज माफी का कांग्रेस ने हमेशा से समर्थन किया है।
राहुल ने ट्वीट किया, मुझे खुशी है कि अंतत: भाजपा को कारण देखने के लिए मजबूर किया जा सका, लेकिन देशभर के पीड़ित किसानों के साथ हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने लिखा, केंद्र सरकार को इस व्यापक संकट को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाना चाहिए और राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए।
वहीं, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने किसान कर्ज माफी के फैसले को 'अधूरा वादा' बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसानों से किए वादे पूरी तरह से पूरे करने चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों पर 92,241 करोड़ रुपये का कुल कर्ज है और सरकार ने केवल 36 हजार करोड़ का फसल ऋण माफ किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस कदम की घोषणा करके किसानों को केवल 'बेवकूफ' बनाया है।
गौरतलब है कि भाजपा के चुनावी वादे को पूरा करते हुए योगी सरकार ने मंगलवार को छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक लाख रूपये तक के कृषि कर्ज माफ करने का फैसला लिया था। कर्ज माफी का कुल आंकड़ा 36,359 करोड़ रूपये है। भाषा