राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग के बीच राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने दावा किया है कि अगले महीने से राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के सांसद रह चुके वेदांती ने शनिवार को कहा कि उसके बदले एक मस्जिद लखनऊ में बनेगी। उन्होंने कहा, “राम मंदिर का निर्माण दिसंबर में शुरू हो जाएगा। वह भी बिना किसी अध्यादेश लाए। आपसी सहमति से राम मंदिर का निर्माण अयोध्या और एक मस्जिद का निर्माण लखनऊ में होगा।”
वेदांती का बयान उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे के उस दावे के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास अयोध्या के लिए एक योजना है, जिसे दिवाली पर बताया जाएगा।
इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के महासचिव भैयाजी जोशी ने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो उनका संगठन 1992 की तरह आंदोलन करने में हिचकिचाएगा नहीं। जोशी ने कहा था, “हम सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं और आग्रह करते हैं कि हिंदुओं की भावनाओं का ख्याल रखें।”
कुछ हिंदू संगठन और यहां तक कि भाजपा के कुछ सदस्य भी शीर्ष अदालत द्वारा अयोध्या विवाद पर फैसला देने से पहले राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं।
इससे पहले 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया था। शीर्ष अदालत उस याचिका की सुनवाई कर रही थी, जिसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अयोध्या में विवादित जमीन को तीन भागों-सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला- के बीच बांटने का आदेश दिया था।