सॉलिसिटर जनरल रंजीत कुमार ने निजी कारणों का हवाला देते हुए शुक्रवार यानी 20 अक्टूबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा कि वह परिवार के साथ ज्यादा वक्त बिताना चाहते हैं इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।
Solicitor General Ranjit Kumar has resigned, Additional Solicitor General Tushar Mehta to ANI pic.twitter.com/vvQjc0ZOQe
— ANI (@ANI) October 20, 2017
कुमार जो कि सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील हैं उन्हें 2014 में सॉलिसिटर जनरल बनाया गया था उन्हें सीनियर वकील मोहन परासरन की जगह नियुक्त किया गया था। कुमार को संवैधानिक मामलों, कानून, सेवा मामलों और कराधान में एक्सपर्ट माना जाता है।
अटॉर्नी जनरल के बाद सॉलिसिटर जनरल देश का दूसरा सबसे वरिष्ठ विधि अधिकारी का पद है। विधि एवं न्याय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के कार्यालय को रंजीत कुमार का त्याग पत्र शुक्रवार को मिला। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद जून 2014 में रंजीत कुमार को सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था। सॉलिसिटर जनरल के रूप में उनका दूसरा कार्यकाल हाल ही में शुरू हुआ था।
कुछ महीने पहले यह चर्चा थी कि सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम शीर्ष अदालत के न्यायाधीश पद के लिए उनके नाम पर विचार कर रही है।
कुछ दिनों पहले, अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने इस्तीफा दिया था। उन्होंने सरकार को लिखे पत्र में कहा था कि अटॉर्नी जनरल के रूप में दूसरे कार्यकाल में उनकी दिलचस्पी नहीं है। रोहतगी के इस्तीफे के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता केके वेणुगोपाल को नया अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था।
अपने सहकर्मियों को लिखे संदेश में रंजीत कुमार ने कहा है, 'मैं अपने निजी और पारिवारिक मुद्दे की वजह से इस्तीफा दे रहा हूं, जिन्हें मुझे देखना चाहिए था लेकिन काम की वजह से मैं ऐसा नहीं कर पा रहा था।'