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RSS स्वयंसेवकों की हत्या पर गरमाई राजनीति, होसबाले ने की न्यायिक जांच की मांग

आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केरल में हुई राजनैतिक हत्याओं की निंदा की।
RSS स्वयंसेवकों की हत्या पर गरमाई राजनीति, होसबाले ने की न्यायिक जांच की मांग

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने केरल में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या की न्यायिक जांच की मांग करते हुए राज्य की सीपीएम सरकार को इसका जिम्मेदार बताया है। आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केरल में हुई राजनैतिक हत्याओं की निंदा की। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ हत्याएं नहीं, राजनीतिक हत्याएं हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 13 महीनों में 14 आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है और राज्य सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि इन हत्याओं के पीछे सीपीएम है।

उन्होंने कहा कि हमने तीन बार अपनी तरफ से बातचीत की कोशिश की लेकिन वे हमारे स्वयंसेवकों को लगातार मार रहे हैं। गरीब लोग आरएसएस से जुड़ रहे हैं। इसलिए भी वे हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं।


होसबाले ने राजनीतिक हत्याओं के लिए केरल की लेफ्ट सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार को अपने रवैये में तब्दीली लानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक खूनी जंग है और इन हत्याओं की जांच होनी चाहिए। होसबाले ने कहा कि सीपीएम के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी हत्याएं की हैं। उन्होंने राज्य सरकार से अपने रवैये में तब्दीली लाने और राजनीतिक हत्याओं के सिलसिले को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की गुजारिश की।

दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि केरल में सीपीएम के लोगों द्वारा आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले के खिलाफ आरएसएस के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संकल्प पारित किया है। राज्य की पी. विजयन सरकार की निंदा करते हुए होसबाले ने कहा कि सीपीएम के लोग आरएसएस कार्यकर्ताओं को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। 

संघ के सह सरकार्यवाह ने सीपीएम पर राजनीतिक असहिष्णुता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 7 साल पहले 2010 में आरएसएस ने केरल के कोल्लम में एक बड़ा कार्यक्रम किया था, जिसमें एक लाख लोगों ने हिस्सा लिया था। कार्यक्रम को संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संबोधित किया था। होसबाले ने कहा कि कार्यक्रम के लिए बने ऑफिस के उद्घाटन के लिए कोल्लम के तत्कालीन मेयर पद्मलोचन को न्योता दिया गया था। मेयर आए भी और दीप प्रज्जवलन किया। होसबाले ने कहा कि इसके बाद सीपीएम ने पद्मलोचन को पार्टी से निकाल दिया। उन्होंने कहा कि यह असहिष्णुता की पराकाष्ठा थी।

वहीं, माकपा की तरफ से सीताराम येचुरी ने कहा कि आरएसएस के लोगों ने 13 लोगों की हत्या की है। अपने आधार को बढ़ाने के लिए वे हिंसा और आतंक फैला रहे हैं।

 <blockquote class="twitter-tweet" data-lang="en"><p lang="en" dir="ltr">13 ppl murdered by RSS. Part&amp;parcel of their planned strategy to expand their social base thru creating terror&amp;violence:S Yechury on <a href="https://twitter.com/hashtag/Kerala?src=hash">#Kerala</a> <a href="https://t.co/RvXLWKdVg2">pic.twitter.com/RvXLWKdVg2</a></p>&mdash; ANI (@ANI_news) <a href="https://twitter.com/ANI_news/status/893442006478766080">August 4, 2017</a></blockquote>

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केरल में आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्याओं का मामला संसद में भी गूंज चुका है। बुधवार को लोकसभा में बीजेपी सदस्यों ने केरल में वाममोर्चा के शासन के दौरान आरएसएस, बीजेपी सदस्यों पर हमले और कथित राजनीतिक हत्याओं के मुद्दे को उठाया और कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसी पार्टी के कार्यकर्ता को मारना अत्यंत निंदनीय है। इसकी एनआईए या सीबीआई से जांच होनी चाहिए।

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