सुप्रीम कोर्ट ने निजता को नागरिकों का मौलिक अधिकार करार दिया है। आधार योजना को लेकर यह बहस शुरू हुई थी कि निजता मौलिक अधिकार है या नहीं? नौ जजों की संविधान पीठ ने 1954 और 1962 में दिए गए फैसलों को पलटते हुए गुरूवार को कहा कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार ही है।
इस फैसले पर हर तरफ से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह हर भारतीय की जीत है।
Welcome the SC verdict upholding #RightToPrivacy as an intrinsic part of individual's liberty, freedom & dignity. A victory for every Indian
— Office of RG (@OfficeOfRG) August 24, 2017
राहुल गांधी ने कहा कि इससे फासिस्ट ताकतों को झटका लगा है। यह भाजपा की उस विचारधारा की हार है जो निगरानी करके लोगों को दबाना चाहती है।
SC decision marks a major blow to fascist forces.A sound rejection of the BJP's ideology of suppression through surveillance#RightToPrivacy
— Office of RG (@OfficeOfRG) August 24, 2017
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने इसे आजादी की जीत बताया। साथ ही यह भी कहा कि कोर्ट ने मोदी सरकार के निजता के अधिकार का हनन करने की कोशिशों को खारिज किया है।
Path breaking & seminal judgement of Supreme Court declares 'Privacy' as fundamental right. A great victory for liberty & freedom.1/2
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) August 24, 2017
उन्होंने कहा, यह उन लोगों के खिलाफ है जो भारत को एक फासिस्ट देश बना देना चाहते हैं।
#RighToPrivacy verdict is a blow to the creeping advances of those who want to convert India into a fascist police state.
— Randeep S Surjewala (@rssurjewala) August 24, 2017