मुख्यमंत्री का पद संभालने से पहले आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के दो अहम सवालों पर पहल करके ये साफ कर दिया है कि वे जनता से किए गए अपने वादों के प्रति गंभीर हैं। कल शपथ ग्रहण समारोह में भी इन सवालों की गूंज रहने की संभावना जताई जा रही है।
आज अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू से दिल्ली को पूर्ण राज्य दिए जाने और अनाधिकृत कॉलोनियों के सवाल पर मुलाकात करके लंबा राजनीतिक दांव खेला है। इस मुलाकात के जरिए उन्होंने साफ कर दिया है कि दिल्ली के जिन सवालों पर उन्हें इतना विशाल जनादेश मिला है, उनको अमली जामा पहनाने के लिए वह शपथ लेने से पहले ही लग गए हैं। यह कयास लगाया जा रहा है कि इस बार अरविंद केजरीवाल दिल्ली राज्य को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए कटिबद्ध है और इसके लिए उन्होंने एक मास्टर प्लान भी बना रखा है।
दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग बहुत पुरानी है और इस पर विधानसभा चुनावों में भाजपा ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की थी। इसकी वजह से भी एक तबका भाजपा से नाराज था। हालांकि इस बार वह बहुत धीमे-धीमे इस दिशा में बढ़ना चाहते है। वे तमाम वादों को पूरा करने के प्रति गंभीर भी दिखना चाहते हैं और इसीलिए आज उन्होंने वैंकेया नायडू से इस मुद्दे पर मुलाकात की। उनके साथ पड़पड़गंज विधानसभा से विधायक मनीष सिसोदिया भी गए थे।
इस मुलाकात के बाद से यह कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली को किए अहम वादों के बारे में केजरीवाल कल कोई घोषणा भी कर सकते हैं। आप के लोगों का कहना है कि आज की मुलाकात केजरीवाल द्वारा कोई योजना से बनाने से पहले का होमवर्क है। वैसे भी इतना बंपर जनादेश मिलने के बाद इस बार केजरीवाल किसी भी तरह की हड़बड़ाहट नहीं दिखाएंगे, ऐसा माना जा सकता है।