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ये पांच दर्दनाक कहानियां बताती है कि स्कूल में कितने असुरक्षित हैं हमारे बच्चे

मां-बाप के द्वारा 'बच्चे का भविष्य' संवारने के उद्देश्य से उन्हें स्कूल भेजा जाना, फिर उस बच्चे का कभी न लौटकर आना या कुछ ऐसे घाव साथ लेकर आना जिससे उबरने में शायद जिंदगी बीत जाए। ऐसे मां-बाप पर क्‍या गुजरेगी?
ये पांच दर्दनाक कहानियां बताती है कि स्कूल में कितने असुरक्षित हैं हमारे बच्चे

मां-बाप अपने बच्चों को सुबह-सुबह स्कूल भेजने के बाद लगभग चिंतामुक्त हो जाया करते हैं। लेकिन हालफिलहाल स्कूली बच्चों को लेकर कई ऐसी घटनाएं सामने आईं जिसने हम सबकी चिंताएं बढ़ा दी है। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक स्कूल में हुई बच्चे की हत्या का संज्ञान लेते हुए केन्द्र सरकार तथा सीबीएसई को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के 2015 के आंकड़ों के मुताबिक, 2014 के 89,423 मामलों के मुकाबले 2015 में 94,172 मामले देश में दर्ज हुए थे। बच्चों के प्रति अपराध एक साल में 5.3 प्रतिशत की दर से बढ़ा। देश के कुल दर्ज मामलों में महाराष्ट्र में 14.8 प्रतिशत मामले हैं। दूसरे नंबर पर 13.7 प्रतिशत के साथ मध्यप्रदेश था। उत्तर प्रदेश में 12.1 और दिल्ली में 10.1 प्रतिशत मामले दर्ज हुए थे। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के मुताबिक अधिकांश मामलों में दोषी अनजान लोगों के बजाय परिचित या घनिष्ठ थे।

मां-बाप के द्वारा बच्चे का भविष्य संवारने के उद्देश्य से उन्हें स्कूल भेजा जाना, फिर उस बच्चे का कभी न लौटकर आना या कुछ ऐसे घाव साथ लेकर आना जिससे उबरने में शायद एक जिंदगी बीत जाए। कुछ ऐसी ही घटनाओं से आपको रूबरू करा रहे हैं ताकि आप भी सतर्क हो जाएं।

दूसरी कक्षा के छात्र की हत्या

गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर की सुबह दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी गई। प्रद्युम्न का शव स्कूल के बाथरूम में मिला। घटना की जानकारी पर बच्चे को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इससे पहले बच्चे की मौत हो चुकी थी। गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक कंडक्टर ने बच्चे का यौन शोषण करने की कोशिश की थी। पूछताछ के दौरान कंडक्टर अशोक कुमार ने यह कबूल किया कि उसने गुरुवार को भी बच्चे का यौन शोषण करने की कोशिश की थी।

5 साल की बच्ची के साथ चपरासी ने किया दुष्कर्म

10 सितंबर को राजधानी दिल्ली स्थित शाहदरा के एक निजी स्कूल में पहली क्लास की 5 साल की बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया। रेप का आरोप स्कूल के चपरासी पर लगा। बच्ची को अकेले देख आरोपी उसे उठाकर खाली क्लासरूम में ले गया, जहां उसने बच्ची के साथ शर्मनाक कृत्य किया। आरोप यह भी है कि चपरासी ने बच्ची को किसी को कुछ न बताने की धमकी भी दी थी। लेकिन घर पर जब दर्द हुआ तो उसने अपनी मां को इस घटना के बारे में बता दिया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी चपरासी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पीड़ित बच्ची का मेडिकल कराया है जिसमें यौन शोषण की पुष्टि हुई है। बच्ची सदमे में है जिसके कारण उसे मनोचिकित्सक की देखरेख में रखा गया है।

शिक्षक की पिटाई से दुखी बच्चे ने की खुदकुशी की कोशिश

मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में शिक्षक की पिटाई से दुखी पांचवीं के छात्र ने तेल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। छात्र 50 फीसदी तक झुलस गया। एक और निजी स्कूल वनस्थली पब्लिक प्ले स्कूल में पांचवीं पढ़ने वाले आयुष तिवारी ने शुक्रवार शाम स्कूल से घर पहुंचकर खुद को आग के हवाले किया है। जानकारी के मुताबिक बच्चो में आपसी विवाद हुआ था,  जिसकी शिकायत पीड़ित ने शिक्षक से की थी। इस पर शिक्षक ने इसी की ज्यादा पिटाई कर दी। इसी वजह से आयुष ने घर आकर खुदकुशी की कोशिश की।

रेप किया, गला दबाया फिर झाड़ियों में फेंक दिया

7वीं में पढ़ने वाला 12 साल का स्टूडेंट 24 अगस्त को स्कूल गया था। छुट्टी के बाद घर नहीं पहुंचा तो परिवार वालों ने तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला। मामला फरीदाबाद के सीकरी गांव का है। यहां 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक बच्चे की रेप के बाद हत्या कर दी गई। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने बच्चे को लंच टाइम में स्कूल से बाहर बुलाया था। बहला-फुसलाकर उसे स्कूल के पीछे ले गया। उसके साथ रेप किया, फिर गला दबाकर हत्या कर दी। बॉडी वहीं झाड़ियों में फेंककर फरार हो गया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी की उम्र 18 साल है।

स्कूल के छात्र ने ही किया छात्रा का रेप

9 अगस्त को  मेरठ के फूलबाग कॉलोनी में स्थित डेफोडिल पब्लिक स्कूल में चौथी क्लास में पढ़ रही मासूम बच्ची को स्कूल के ही छात्र ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया। पीड़ित बच्ची के परिजनों ने बताया कि छुट्टी होने के बाद बच्ची घर पर रोते हुए पहुंची और अपने पेट में दर्द होने की बात कही। बच्ची ने अपनी मां को बताया कि जब वो स्कूल में टॉयलेट के लिए गई थी तो किसी ने उनको टॉयलेट में बंद करके उसके साथ गलत काम किया। मां ने जब बच्ची को देखा तो बच्ची के कपड़े खून में सने हुए थे। जब बच्ची की हालत को जानने के लिए डॉक्टर के पास गए तब सारी घटना का खुलासा हुआ।

 

 

 

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