केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के जीआईसी मैदान में आज किसान महापंचायत जारी है। देशभर से सैकड़ों किसानों का सैलाब इसमें हिस्सा लेने पहुंचा है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए मुजफ्फरनगर आ चुके हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, "ये महापंचायत पूरे देश में होगा। हमें देश बिकने से बचाना है। हमारी मांग रहेगी कि देश, किसान, व्यापार और युवा बचे।"
इस बीच किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि यूपी पुलिस मुजफ्फरनगर की ओर जानें से बसों को रोक रही है।
इस महापंचायत में देशभर के 300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल हुए हैं। महापंचायत के मंच पर कई बड़े किसान नेता मौजूद हैं। ये सभी वे नेता हैं जो पिछले 10 महीनों से किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर का जीआईसी मैदान इस वक्त किसानों की भीड़ से पटा हुआ है। जमीन के साथ दीवारों पर भी लोगों की भीड़ उमड़ी हुई है।
महापंचायत को लेकर यहां सुरक्षा व्यवस्था सख्त की गई है। जीआईसी मैदान के मंच से लेकर पार्किंग तक की व्यवस्था एसकेएम और बीकेयू के वालंटियर देख रहे हैं। पहचान के लिए वालंटियर्स को आईडी कार्ड दिए गए हैं। वहीं पुलिसबल किसानों की जिले और शहर में सुरक्षित एंट्री और उनके समुशल प्रस्थान तक पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं।
किसानों की महापंचायत को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का भी सपोर्ट मिल रहा है। यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विट कर कहा, 'किसान इस देश की आवाज हैं। किसान देश का गौरव हैं। किसानों की हुंकार के सामने किसी भी सत्ता का अहंकार नहीं चलता। खेती-किसानी को बचाने और अपनी मेहनत का हक मांगने की लड़ाई में पूरा देश किसानों के साथ है।'