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पश्चिम बंगाल: नकद के लिए एटीएम की कतार में खड़े सरकारी कर्मी की मौत

नोटबंदी के दौरान नकद के लिए मची अफरा-तफरी में आज एक और व्यक्ति की जान चली गई। ताजा हादसा पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का है, जहांबंदेल स्टेशन के पास एक एटीएम काउंटर के सामने कतार में खड़े होने के दौरान राज्य सरकार के कर्मचारी कल्लोल रॉय चौधरी ने दम तोड़ दिया।
पश्चिम बंगाल: नकद के लिए एटीएम की कतार में खड़े सरकारी कर्मी की मौत

आज सुबह हुगली के बंदेल में 56 साल के कल्लोल रॉय चौधरी अपनी पदस्थापना की जगह से कोलकाता स्थित अपने घर लौटने के दौरान एटीएम काउंटर से पैसे निकालने गए थे। कल्लोल उत्तर बंगाल के कूचबिहार में पदस्थापित थे। वहां से वह दक्षिण कोलकाता में बेहला स्थित अपने घर लौट रहे थे। आज सुबह वह अपने सहकर्मी के साथ पहाड़िया एक्सप्रेस से बंदेल स्टेशन पर उतरे और उन्हें कोलकाता आने के लिए एक अन्य ट्रेन पर सवार होना था। लेकिन उन्होंने तय किया कि स्टेशन के पास ही एक एटीएम काउंटर से कुछ पैसे निकाल लिए जाएं। वह सुबह सात बजकर 35 मिनट पर कतार में खड़े हुए, 20 मिनट बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह गिर गए। पुलिस ने बताया कि किसी ने कल्लोल की मदद नहीं की और 30 मिनट तक वह बेसुध पड़े रहे। बाद में एटीएम के सुरक्षाकर्मी ने एक डॉक्टर को बुलाया जिसने कल्लोल को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने सुरक्षाकर्मी को उनका शव अस्पताल ले जाने की सलाह दी। कुछ रेहड़ी-पटरी वाले कल्लोल का शव लेकर चिंसुराह इमामबाड़ा अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह सब देख रहे हैं। ममता ने एक ट्वीट कर कहा, दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है। आज सुबह कल्लोल रॉय चौधरी बंदेल स्टेशन पर एसबीआई एटीएम के सामने बेहोश हो गए और दम तोड़ दिया। शोकाकुल परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। क्या मोदी बाबू सुन रहे हैं। कल दक्षिण 24 परगना जिले में भी दो बुजुर्ग लोगों ने पैसे निकालने के लिए कतार में खड़े होने के दौरान दम तोड़ दिया था।

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