राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने उड़ी आतंकी हमले के बाद पाक कलाकारों वाली फिल्मों की रिलीज का विरोध किया है जिसके बाद करण की फिल्म के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया जो दिवाली से पहले 28 अक्तूबर को रिलीज होनी है। सिनेमा घर संचालकों के संगठन ने भी महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और गोवा में पाकिस्तानी कलाकारों के अभिनय वाली फिल्मों को प्रदर्शित नहीं करने का फैसला किया है। 44 वर्षीय करण ने आज एक संक्षिप्त वीडियो बयान में कहा कि उनका देश उनके लिए पहले है और वह भावनाओं को समझते हैं लेकिन फिल्म का प्रदर्शन बाधित करने से दरअसल फिल्म में काम करने वाले 300 लोगों पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, मैं भावनाओं को समझता हूं क्योंकि मैं भी इन्हें महसूस करता हूं। मैं कहना चाहूंगा कि परिस्थिति को देखते हुए आगे मैं पड़ोसी देश के कलाकारों को नहीं लूंगा।
करण ने आगे कहा, लेकिन उसी उर्जा के साथ मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि 300 से अधिक भारतीयों ने मेरी फिल्म ऐ दिल है मुश्किल में अपना खून, पसीना बहाया है और दूसरे भारतीयों के कारण उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। फिल्म में रणबीर कपूर, अनुष्का शर्मा और ऐश्वर्या राय बच्चन के मुख्य किरदार हैं। पाकिस्तान के फवाद खान की इस फिल्म में छोटी सी भूमिका है। करण ने कहा कि वह चुप रहे क्योंकि उनकी देशभक्ति के बारे में सवाल खड़े किये जाने से वे आहत थे। उन्होंने कहा कि देश उनके लिए पहले है और उन्होंने हमेशा देश को सब चीजों से ऊपर रखा है। इसलिए उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाना गलत है।