कन्हैया ने इन वरिष्ठ वकीलों को कैमरे के सामने यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि 17 फरवरी को हुई घटना में उनके साथ मौजूद पुलिस वालों की भी पिटाई हुई थी। पीटने वाले वकीलों के पोशाक में थे और सबको पहचानने के बावजूद पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। कन्हैया के इस बयान के बाद दिल्ली पुलिस के उस दावे की हवा निकल गई है कि उसके साथ कोई मारपीट नहीं हुई।
दिल्ली पुलिस ने आशुतोष को पूछताछ के लिए बुलाया
जेएनयू विवाद में पुलिस को जिन तीन अन्य छात्रों की तलाश है उनमें से एक आशुतोष को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है। आशुतोष पिछले वर्ष जेएनयू छात्रसंघ का अध्यक्ष रह चुका है। उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य के साथ-साथ आशुतोष को भी उस कार्यक्रम के आयोजकों में शामिल बताया जा रहा है जिसमें कथित रूप् से देश विरोधी नारे लगाए गए।
इस बीच जेएनयू में एक और पोस्टर बांटा गया है जिसमें पोस्टर छपवाने वाले किसी संगठन या व्यक्ति का नाम नहीं है। इस पोस्टर में कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग की गई है और अफजल की फांसी की निंदा की गई है।