तुंगानगर में मंगलवार सुबह आगजनी और हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बाद जिले में बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के सिलसिले में पूछताछ के लिए चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा करीब एक दर्जन अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान काशिफ, नदीम, आसिफ और रिहान के रूप में हुई है, जिनकी उम्र 20 साल है। उन्होंने कहा, "उनकी पृष्ठभूमि और अन्य सभी विवरणों की जांच की जा रही है।" गौरतलब है हर्षा की रविवार रात शहर के भारती नगर में कथित तौर पर एक कार में आए पुरुषों के एक समूह ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस को हत्या में सात लोगों के शामिल होने का संदेह है।
वहीं, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सी प्रताप रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया कि सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही अन्य गिरफ्तारियां की जाएंगी। उनके अनुसार, सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा के बावजूद मंगलवार की सुबह तुंगानगर में कुछ वाहनों को जला दिया गया। रेड्डी ने कहा, "हर्षा की हत्या के बाद, शहर और आसपास के कुछ इलाकों में बहुत तनावपूर्ण स्थिति थी।
अधिकारी ने कहा कि शहर में (हत्या के बाद) आगजनी और हिंसा की 14 अलग-अलग घटनाएं हुईं, जिसके लिए प्राथमिकी दर्ज करने की आवश्यकता होगी। हालांकि, तीन मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस उन लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है जिन्होंने आगजनी और हिंसा में अपनी मोटरसाइकिल और संपत्ति खो दी थी।
बेंगलुरु में, कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि हर्ष की हत्या के सिलसिले में 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "जांच सभी आयामों को लेकर चल रही है।"
आपको बता दें कि उडुपी की कुछ मुस्लिम लड़कियों ने कर्नाटक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उन्हें कथित तौर पर उनके हिजाब या इस्लामिक हेडस्कार्फ़ के साथ कक्षाओं में प्रवेश से वंचित कर दिया गया था। हिजाब पहनने वाली लड़कियों की प्रतिक्रिया में हिंदू छात्र भगवा स्कार्फ पहनकर कॉलेज आने लगे। हिजाब बनाम भगवा स्कार्फ का चलन धीरे-धीरे राज्य के अन्य हिस्सों में फैल गया, जिससे कुछ शैक्षणिक संस्थानों में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया है।