Advertisement

"तेलंगाना मॉडल" के नाम पर लोगों को लुभाएंगे केसीआर, लेकिन इन मुद्दों पर क्या रहेगा पार्टी का जवाब?

तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान जोरो से शुरू होगा। इस दौरान...

तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान जोरो से शुरू होगा। इस दौरान तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) की परीक्षाओं से जुड़े प्रश्नपत्र लीक मामले के अलावा, दिल्ली आबकारी नीति मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य के कविता पर लगे आरोप बड़े मुद्दे बनकर उभर सकते हैं।

बीआरएस सरकार के ‘धरणी’ भूमि रिकॉर्ड पोर्टल से संबंधित शिकायतों और राज्य सरकार की कथित विफलताओं का मुद्दा भी चुनाव प्रचार के दौरान छाया रह सकता है। वहीं, बीआरएस मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित करने के वास्ते विकास और जनकल्याण के अपने ‘तेलंगाना मॉडल’ को प्रचारित करना जारी रखेगी।

बीआरएस केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और भाजपा की कथित सांप्रदायिक राजनीति तथा आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के तहत तेलंगाना से किए गए वादों को पूरा नहीं करने को लेकर बेहद आलोचनात्मक रही है।

तेलंगाना के प्रति व्यक्ति आय, धान उत्पादन और प्रति व्यक्ति बिजली खपत के मामले में देश में शीर्ष होने की बात को रेखांकित करते हुए बीआरएस नेता श्रवण दासोजू ने कहा कि मुख्यमंत्री राव द्वारा बोए गए विकास के बीज को मजबूत किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए राव को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनना चाहिए। दासोजू ने कहा कि तेलंगाना को समझने के मामले में कोई भी नेता राव के सामने नहीं टिकता।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad