हरियाणा के करनाल में शनिवार को भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा जम कर लाठियां चलाई गई। इस दौरान पुलिस ने कई किसानों की दौड़-दौड़ कर पीटा। दर्जनों किसानों को गंभीर चोटें आई। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें करनाल एसडीएम आयुष सिन्हा विरोध कर रहे किसानों का सिर फोड़ने का फरमान सुनाते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वे पुलिस को आदेश दे रहे हैं कि यहां कोई नहीं आना चाहिए उठा उठा कर मारना, सिर फोड़ देना, पूरी छूट है। सोशल मीडिया पर कई लोग इनका यह वीडियो शेयर कर रहे हैं। आईए जानते हैं कौन है एसडीएम आयुष सिन्हा- एसडीएस आयुष सिन्हा ने 2017 में यूपीएससी-2017 में 7वीं रैंक हासिल की थी। उन्होंने बीआईटीएस गोवा से केमिकल इंजीनियरिंग की। उसके बाद बायोलॉजिकल साइंस में मास्टर डिग्री ली। उन्हें यूपीएससी-2017 में तीसरे प्रयास के बाद 7वीं रैंक मिली थी। जिसके बाद वे काफी सुर्खियों में आए थे।
आयुष का हमेशा से एआईएस बनना था। इसलिए उन्हें केमिकल इंजीनियरिंग के बाद रोस्ता बदलना पड़ा। कुछ वक्त कर उन्होंने नागपुर में आईआरएस वाली ट्रेनिंग भी की थी, लेकिन अपने आईएएस के सपनों के कारण उन्होंने यूपीएससी की तैयारी प्रारंभ कर दी।
उनकी तैयारी 2017 में रंग लाई और वे यूपीएससी-17 में 7वीं रैंक हासिल कर आईएएस बन गए। आयुष सिन्हा पढ़ी लिखी और बड़े पद पर आसीन परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता पीके सिन्हा अपने जमाने में वन अधिकारी रह चुके हैं। उनकी मां एक कॉलेज में बतौर प्रोफेसर काम कर चुकी हैं। आयुष के एक अंकल अतुल वर्मा हिमाचल में एडीजीपी स्तर के अधिकारी हैं।
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सोशल मीडिया पर सडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडिया खूब वायरल हुआ जिसमें वे कह रहे है कि वह हमेशा से ही एक आईपीएस ऑफिसर बनना चाहते थे। जब वे 15 साल पहले अपने पिता के साथ एक गांव गए तो देखा कि उनके पिता के कारण वहां कई लोगों की जिंदगी बदल गई थी। उस वक्त उनके पिता वन अधिकारी के पद में पदस्थ थे। उसी वक्त आयुष ने निर्णय लिया कि वह भी समाज में सुधार लाने का प्रयास करेंगे औऱ एक अच्छे ऑफिसर बनेंगे। उसी पोस्ट को आधार बना कर अब लोग उनपर वार कर रहे हैं। हर कोई उन्हें सिर फोड़ देने वाला बयान याद दिया रहा है।