कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को दावा किया कि संसद से पारित वक्फ संशोधन अधिनियम धर्म की स्वतंत्रता पर हमला और संविधान विरोधी कदम है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले समय में दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों को भी निशाना बनाया जाएगा।
उनके द्वारा संसद में भी जाति जनगणना की मांग उठाए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण के रूप में क्रांतिकारी कदम उठाया गया है।
राहुल ने कहा, " यह पता लगाना मकसद है कि कितनी किसकी भागीदारी है।"
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) ने जाति जनगणना से साफ इनकार कर दिया है।
उन्होंने इस बात को दोहराया कि केंद्र में कांग्रेस और विपक्ष की सरकार आने पर जाति जनगणना कराई जाएगी।
साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि निजी क्षेत्र में देश की 90 फीसदी आबादी की भागीदारी ना के बराबर है। उन्होंने कहा कि आरक्षण की 50 फीसदी की दीवार को तोड़ा जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर संस्थाओं को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी के लिए दरवाजे बंद कर रहा है।
राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि गरीबों, दलितों, आदिवासियों के लिए सेना में जाने के अवसर खत्म कर दिए गए हैं।
राहुल गांधी ने अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा लागू की गई नयी टैरिफ नीति का उल्लेख करते कहा, "डोनाल्ड ट्रंप को मोदी जी अपना मित्र कहते हैं। उन्होंने नए टैरिफ लगाने की बात की लेकिन प्रधानमंत्री ने चूं तक नहीं की।’’
राहुल गांधी ने दावा किया कि देश में आर्थिक तूफान आने वाला है।
उन्होंने कहा कि ट्रंप टैरिफ से ध्यान भटकाने के लिए वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर संसद में देर रात तक ड्रामा किया गया।
बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के साथ बैंकाक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बैठक का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यूनुस ने भारत के खिलाफ बयानबाजी की लेकिन प्रधानमंत्री उनके साथ बैठे हुए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘कहां गई 56 इंच की छाती?"
केंद्र पर संविधान और देश की संस्थाओं पर आक्रमण करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा,"यह विचारधारा की लड़ाई है। जिस पार्टी के पास विचारधारा नहीं है, वो भाजपा और आरएसएस के सामने नहीं खड़ी हो सकती। जिस पार्टी के पास विचारधारा है, वहीं भाजपा और आरएसएस को हराएगी।"
राहुल गांधी ने दावा किया कि संविधान बनने के समय आरएसएस ने रामलीला मैदान में संविधान की प्रति जलाई थी।