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पहलगाम आतंकी घटना: सुप्रिया सुले की सर्वदलीय बैठक की मांग, हमले को बताया मानवता पर धब्बा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई और 17 घायल हुए। इस हृदय...
पहलगाम आतंकी घटना: सुप्रिया सुले की सर्वदलीय बैठक की मांग, हमले को बताया मानवता पर धब्बा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई और 17 घायल हुए। इस हृदय बिदारक घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। इस हमले के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने केंद्र सरकार से तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। सुप्रिया सुले ने कहा कि यह हमला मानवता पर धब्बा है और सरकार को इसकी वास्तविक स्थिति देश के सामने स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "हमारी जिम्मेदारी है कि फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जाए।"

सुले ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने की बात कही और मांग की कि हवाई किराए और रेल टिकटों को सब्सिडी दी जाए ताकि पर्यटकों की वापसी आसान हो। उन्होंने पुणे के पांच घायल पर्यटकों, असावरी जागदाले, प्रगति जागदाले, संतोष जागदाले, कौस्तुभ गनबोटे और संगीता गबोटे के लिए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से तत्काल चिकित्सा सहायता की अपील की है।

हमले के बाद कश्मीर में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए चार अतिरिक्त उड़ानें शुरू की हैं। एयर इंडिया ने 23 अप्रैल को श्रीनगर से दिल्ली (सुबह 11:30) और मुंबई (दोपहर 12:00) के लिए दो अतिरिक्त उड़ानें संचालित करने की घोषणा की है। डीजीसीए ने एयरलाइनों को उड़ानों की संख्या बढ़ाने और रद्दीकरण शुल्क माफ करने का निर्देश दिया है ताकि पर्यटकों को असुविधाओं का सामना ना करना पड़े।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन को श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यातायात को नियंत्रित और सुगम बनाने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि भूस्खलन के कारण सड़क मार्ग अस्थिर है। कर्नाटक सरकार ने अपने 40 से अधिक फंसे पर्यटकों के लिए विशेष उड़ान की व्यवस्था की है। इस हमले ने कश्मीर में पर्यटन और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। सुप्रिया सुले की सर्वदलीय बैठक की मांग और सरकार के त्वरित कदम इस संकट से निपटने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।

वहीं इस हमले ने देशभर में लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। आतंकवादियों का इस तरह से छानबीन कर धर्म के आधार पर गोली मारना अखर गया है। हरियाणा के रहने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की हत्या करने से पहले आतंकवादियों ने उनके धर्म की जानकारी ली, आईडी कार्ड चेक किया फिर भी संतुष्टि नहीं मिली तो पेंट उतार कर धर्म का पता लगाया गया कि हिन्दू है या मुस्लिम। सभी मृतकों के धर्म की जानकारी ली गई। जब मृतक की पत्नी ने कहा कि मुझे भी गोली मार दो तब आतंकियों ने जवाब दिया कि तुम्हे नहीं मरेंगे जाओ अपने मोदी से बता दो। इस तरह की बातें सामने आने के बाद पर्यटकों में डर और देशवासियों में आक्रोश का माहौल है।

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