पंजाब में सियासी पार्टियों के बीच ही नहीं पार्टियों के अंदर भी जोर आजमाइश चल रही है। खासतौर से पंजाब कांग्रेस के आने वाले चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर घमासान मचा हुआ है। विधानसभा चुनाव के पहले इंडियन एक्सप्रेस ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख का इंटरव्यू लिया है, जिसमें सिद्धू ने पार्टी के फार्मूले पर विस्तार से बात की है।
एक्सप्रेस के सवाल पर कि बिक्रम सिंह मजीठिया पर ड्रग्स के मामले में दर्ज एफआईआर पर शिरोमणि अकाली दल कांग्रेस और प्रतिशोध का आरोप लगा रही है, सिद्धू कहते हैं, "यह कोई प्रतिशोध नहीं है। यह युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए एक त्रिस्तरीय रणनीति है। उन्होंने कहा कि कानून से सबको डरना चाहिए। मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि एक राजनेता जो इतने संपन्न परिवार से ताल्लुक रखता है, वो इतना नीचे गिरेगा। कानून को अपना काम खुद करना चाहिए और कानून अपना काम कर रहा है।
दूसरे सवाल पर कि आप किसान संगठनों के चुनावी मैदान में कूदने को कैसे देखते हैं? सिद्धू कहते हैं, "लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर किसी को खुद को पेश करने का अधिकार है। एक निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा हो सकता है तो किसान क्यों नहीं?"
उन्होंने कहा, "किसानों और सरकार का एक ही लक्ष्य है। यह बहुत सरल है: इस सामाजिक आंदोलन को किसानों के लिए एक आर्थिक ताकत बनना है। उनकी कमाई घट रही है और लागत बढ़ रही है। 1992 में डीजल 5 रुपये प्रति लीटर था। आज यह 100 रुपये को छू रहा है। यह 20 गुना बढ़ गया है। एमएसपी 303 रुपये प्रति क्विंटल था। यह बढ़कर 1700 रुपये हो गया है। किसान पृष्ठभूमि के एक व्यक्ति के रूप में, मैं पूछूंगा, क्या हमारे पास प्रगतिशील एजेंडा है? हम वहीं खड़े हैं जहां एक साल पहले थे। आप देखिए केंद्र का विश्वासघात, एफसीआई को तोड़ा जा रहा है। सात साल पहले हमारे ऊपर 95,000 करोड़ रुपये का कर्ज था। आज यह 4 लाख करोड़ रुपया है। पीडीएस को 70 करोड़ रुपये से घटाकर 40 करोड़ रुपये कर दिया गया।
इस सवाल पर कि क्या आप टिकटों की घोषणा करते जा रहे हैं, क्या आपके पास आलाकमान की मंजूरी है? इसपर सिद्धू कहते हैं, "मैंने क्या कहा? मैंने केवल इतना कहा कि यह व्यक्ति भागेगा नहीं। अगर कोई अपने निर्वाचन क्षेत्र में काम नहीं करता है और फिर प्रवासी पक्षी की तरह उड़ना चाहता है, तो उस निर्वाचन क्षेत्र में कौन जाएगा? आप वहीं काम करते हैं जहां से आप चुने गए हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं टिकटों की घोषणा कर रहा हूं। मैं सिर्फ एक सच कह रहा हूं।
टिकट बंटवारे में इतना लेट क्यों हो रहा है, इसपर सिद्धू कहते हैं कि कांग्रेस के पास एक सिस्टम है। सिस्टम के हिसाब से ही सब होगा। इंडियन एक्सप्रेस के इंटरव्यू में कुछ तीखे सवाल भी पूछे गए, इस सवाल के जवाब में कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ आपकी क्या नोकझोंक हुई? इसपर सिद्धू कहते है, कोई तसलीम नहीं हैं। कोई व्यक्तिगत संघर्ष नहीं हैं। यह सिर्फ व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई है।