प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम ने करोड़ों रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के कार्यालय की मंगलवार को तलाशी ली। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी ‘घोटाले’ से संबंधित कुछ दस्तावेजों की तलाश में साल्ट लेक स्थित ‘अरण्य भवन’ में मलिक के कार्यालय पहुंचे। अधिकारी ने कहा, ‘‘ऐसे संकेत हैं कि मलिक ने अपने वन विभाग कार्यालय में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज छिपाए हैं। आज का तलाशी अभियान उन्हें ढूंढने के लिए है।’’
पूर्व खाद्य मंत्री को करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए ईडी ने 27 अक्टूबर को उनके आवास से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार मंत्री का कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए एक सरकारी अस्पताल में उपचार हो रहा है।
बता दें कि ज्योतिप्रिय मलिक ममता सरकार में वन मंत्री हैं. वह खाद्य विभाग भी संभाल चुके हैं. 2011 के पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा चुनाव में हाबरा निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे। 2016 और 2021 के विधानसभा चुनाव में वह उसी निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुने गए। साल 2021 में सीएम ममता बनर्जी ने उन्हें वन मंत्री बनाया था.