आगामी गणतंत्र दिवस परेड और बीटिंग रिट्रीट समारोह के कारण राष्ट्रपति भवन (सर्किट-1) 21 से 29 जनवरी तक आम जनता के लिए बंद रहेगा। एक आधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई।
सर्किट 1 आगंतुकों को राष्ट्रपति भवन की मुख्य इमारत का भ्रमण कराता है, तथा उन्हें भवन के अग्रभाग, प्रमुख कक्षों और लंबे ड्राइंग रूम आदि दिखाता है। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित होने वाला ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह एक सैन्य परंपरा है। यह हर सप्ताह आयोजित किया जाता है ताकि राष्ट्रपति के अंगरक्षकों के एक नए समूह को कार्यभार संभालने का मौका मिल सके।
इस बीच, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में अर्धसैनिक बलों की 60 से अधिक कंपनियां और 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि साइबर विशेषज्ञ अधिकारियों की तैनाती के अलावा, दिल्ली में ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी तथा व्यस्त इलाकों में सतर्कता बढ़ाई जाएगी।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) रवींद्र यादव ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, “हमने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ एक अंतर-राज्य समन्वय बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने की।”
विशेष पुलिस आयुक्त यादव ने कहा, ‘‘आगामी गणतंत्र दिवस समारोह और विधानसभा चुनावों के लिए मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के वास्ते गृह मंत्री ने बड़ी संख्या में अर्धसैनिक बलों और साइबर विशेषज्ञ अधिकारियों की तैनाती को मंजूरी दी है ताकि कड़ी निगरानी बनाए रखी जा सके।’’
उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान अधिकारियों ने विभिन्न मामलों पर खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान किया तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में जांच, संदिग्ध व्यक्तियों का सत्यापन, किरायेदारों की जांच, सीमाओं को सील करना, वाहनों की जांच, तथा नकदी, अवैध शराब को लाने जाने पर नजर, सिम कार्ड विक्रेताओं और पुरानी कारों के कारोबारियों की निगरानी सहित आतंकवाद विरोधी उपायों को मजबूत करने का संकल्प लिया गया।
यादव ने बताया, “गणतंत्र दिवस समारोह के लिए हर पुलिस जिले की टीमों ने मजबूत योजनाएं तैयार की हैं। नयी दिल्ली, मध्य दिल्ली और उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने विस्तृत रूट सर्वे, गड़बड़ी रोधी जांच और अधिक भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। विशेष रूट, ड्रोन निगरानी और सीसीटीवी निगरानी से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।”