गाज़ा में जारी मानवीय संकट के बीच इस्राइल और छह अन्य देशों ने शनिवार को हवाई मार्ग से राहत सामग्री पहुंचाई। अमेरिका, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, जॉर्डन और इस्राइल की वायु सेनाओं ने संयुक्त रूप से खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति को गाज़ा के अंदर गिराया। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और स्थानीय प्रशासन की रिपोर्टों के विपरीत, इस्राइल ने यह दावा किया कि गाज़ा में किसी तरह की ‘भुखमरी की स्थिति’ नहीं है।
इस्राइली सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि गाज़ा के नागरिकों के लिए पर्याप्त मानवीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है और यह एयरड्रॉप उसी का हिस्सा है। साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें गाज़ा में ‘गंभीर खाद्य संकट’ की बात कही गई थी। इस्राइल का कहना है कि वह फिलिस्तीनी नागरिकों की तकलीफों को समझता है, लेकिन हमास जैसे आतंकी संगठनों को रोकना भी उतना ही ज़रूरी है।
उधर, अंतरराष्ट्रीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों ने बताया है कि गाज़ा में हजारों लोग कुपोषण का शिकार हैं और साफ पानी व दवा की भारी कमी बनी हुई है। इस्राइल और हमास के बीच पिछले कई महीनों से जारी संघर्ष के कारण हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी UNRWA का कहना है कि गाज़ा में लाखों लोगों को तत्काल सहायता की ज़रूरत है।
इस बीच, जर्मनी, अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों ने कहा कि वे इस तरह की एयरड्रॉपिंग को बढ़ावा देंगे और भविष्य में और भी सहायता भेजी जाएगी। जॉर्डन ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद केवल आम नागरिकों की मदद करना है, न कि किसी राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करना।
हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह राहत प्रयास बहुत देर से शुरू हुए हैं और ज़मीन पर असली ज़रूरतें अभी भी पूरी नहीं हो रही हैं। वहीं गाज़ा के कुछ नागरिकों ने भी वीडियो संदेशों के ज़रिए बताया कि उन्हें ये राहत सामग्री नहीं मिल पा रही है, क्योंकि यह गलत जगहों पर गिर रही है या फिर सशस्त्र समूहों के हाथ लग रही है।