बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राज्य में पूर्ण शराबबंदी की मुहिम पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। महज 12 घंटे के अंदर गोपालगंज जिले में संदिग्ध परिस्थितियों में 13 लोगों की मौत हो गई। लोगों को आशंका है कि ये सभी मौतें जहरीली शराब पीने की वजह से हुई हैं। फिलहाल गोपालगंज जिला प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए एक जांच कमेटी का गठन कर दिया है। सिर्फ 12 घंटे के अंदर हुई 13 मौतों से जिला प्रशासन सकते में आ गया है। जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि अभी तक 12 लोगों की मौत हुई है पर किसी की मेडिकल रिपोर्ट नहीं है। जो लोग मरे हैं उनमें पांच के शव किसी तरह पोस्टमार्टम के लिए मंगवाए गए हैं क्योंकि मृतक के परिजन शव को प्रशासन के सुपुर्द नहीं कर रहे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने पर ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। उन्होंने बताया कि बाकी 7 मृतकों के शवों का उनके परिजनों ने कल सुबह ही दाह संस्कार कर दिया था। हालांकि परिजनों का साफ आरोप है कि जहरीली शराब पीने से उनके परिवार के सदस्यों की मौत हुई है।
जिलाधिकारी ने बताया कि इन सभी लोगों की मौत कल सुबह पांच बजे से आज सुबह पांच बजे के बीच हुई है। यह पूछे जाने पर कि क्या इसका कारण जहरीली शराब है, जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ के परिजनों ने माना है कि शराब पीने से मौत हुई है जबकि कुछ मृतकों के परिजनों ने लिखित में दिया है कि शराब पीने से मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं और हर पहलू से जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि परिजनों के बयान लिए जाने के साथ ही छापेमारी भी जारी है। मृतकों के विभिन्न थाना क्षेत्र से होने के कारण ऐसा नहीं लगता कि सभी की मौत का कारण एक होगा। उन्होंने कहा कि एक अन्य व्यक्ति के भी बीमार होने की सूचना मिली है जहां डाक्टरों की टीम भेजी गई है। गौरतलब है कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्ण शराबंबदी लागू कर दिया है। राज्य में शराब बेचने के साथ ही शराब पीना भी अपराध है। सरकार के इस कदम का विरोध भी हो रहा है। ऐसे में अगर गोपालगंज में हुई मौते शराब की वजह से हुई हैं तो यह घटना सरकार के दावे और प्रयासों की पोल खोल देगा।