घायलों में सेना का एक जेसीओ भी है। सुबह करीब साढ़े आठ बजे मणिपुर के चंदेल में सेना के काफिले पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें 20 जवान शहीद हो गए। घायलों को एयर एंबुलेंस से नगालैंड भेजा गया है। ग्यारह जवानों में से तीन की हालत गंभीर है। सेना पर हमला करने में आतंकवादियों ने रॉकेट से छोड़े जाने वाले ग्रेनेड (आरपीजी) और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया। इंफाल में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 6 डोगरा रेजिमेंट के जवान जब नियमित गश्त कर रहे थे तभी एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट हुआ। इस विस्फोट के बाद ही कुछ अज्ञात हमलावरों ने सेना की टुकड़ी पर आरपीजी और स्वचालित हथियारों से फायरिंग भी शुरू कर दी। हालांकि जवानों ने भी हमलावरों पर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी जिसमें एक संदिग्ध आतंकवादी मारा गया।
सेना के प्रवक्ता ने दिल्ली में बताया कि इस हमले में 20 जवान मारे गए हैं और 11 घायल हुए हैं। यह हमला परालोंग और चारोंग गांवों के बीच किया गया था। मणिपुर के गृह सचिव जे. सुरेश बाबू ने हमले के पीछे मणिपुर के विद्रोही गुट पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का हाथ हो सकता है। उन्होंने कहा यह कांगलेई यावोल काना लुप (केवाईकेएल) के सहयोग से पीएलए द्वारा किए गए हमले की कार्रवाई हो सकती है। पुलिस ने बताया कि घटना के तत्काल बाद ही सुरक्षा बलों की एक टुकड़ी घटनास्थल पर घायलों को बचाने और आतंकवादियों को दबोचने के लिए भेज दी गई है।