वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास शनिवार तड़के पटरी से उतर गए। हालांकि, इस हादसे में जानमाल के नुकसान की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
उत्तर-मध्य रेलवे (एनसीआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने ‘पीटीआई-भााषा’ को बताया कि यह हादसा तड़के ढाई बजे हुआ। उन्होंने बताया कि साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे कानपुर और भीमसेन रेलवे स्टेशन के बीच पटरी से उतर गए। हालांकि, इस हादसे में किसी के मारे जाने या घायल होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
त्रिपाठी के मुताबिक, ड्राइवर से पूछताछ में पता चला है कि ट्रेन के इंजन से कोई बड़ा पत्थर आ टकराया, जिससे संभवतः यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि ट्रेन में इंजन के अगले हिस्से में जानवरों से बचाव के लिए लगा ‘कैटल गार्ड’ बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर मुड़ गया।
रेलवे के अनुसार, हादसे की वजह से सात ट्रेन रद्द कर दी गई हैं, जबकि तीन के मार्ग में बदलाव किया गया है।
त्रिपाठी ने बताया कि यात्रियों को बस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन भेजा गया है, जहां से उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा। उन्होंने कहा, “इसके अलावा, आठ डिब्बों वाली एक मेमू ट्रेन को कानपुर से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना किया गया, ताकि यात्रियों को कानपुर लाकर उन्हें उनके गंतव्य तक भेजने की व्यवस्था की जा सके।”
त्रिपाठी के अनुसार, इस हादसे की वजह से कानपुर-झांसी मार्ग पर ट्रेन परिचालन बाधित हुआ है, जिसे बहाल करने के लिए रेलवे के तकनीकी अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है।
वहीं, एडीएम सिटी कानपुर राकेश वर्मा ने कहा, "...22 बोगियां पटरी से उतर गई हैं लेकिन कोई घायल नहीं हुआ है। सभी यात्रियों को बसों द्वारा स्टेशन भेजा जा रहा है, मेमो ट्रेन भी आ रही है...अच्छी बात है कि किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है..."।
रेलवे डीआरएम दीपक कुमार ने कहा कि कोई जनहानि नहीं हुई है। सभी यात्रियों को ट्रेन द्वारा वापस कानपुर ले जाया गया है...गहन जांच के बाद असली कारण पता चलेगा..।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी-अमदावाद) का इंजन आज तड़के 2.35 बजे कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराकर पटरी से उतर गया। तेजी से टकराने के निशान देखे गए हैं। साक्ष्य सुरक्षित हैं। आईबी और उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस पर काम कर रहे हैं। यात्रियों या कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है। यात्रियों की आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है।”
हादसे के बाद रेलवे ने यात्रियों और उनके परिजनों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।