जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 5 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। आतंकी ने एक क्षतिग्रस्त मकान से निकलकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर, दो जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो पुलिसकर्मी ने अपनी जान गंवा दी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कुपवाड़ा जिले के बाबागुंड इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों ने बताया कि दिन में कई बार बीच-बीच में गोलीबारी बंद हुई लेकिन जैसे ही सुरक्षाकर्मी घर की ओर बढ़े आतंकवादियों ने फिर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसी घर में आतंकवादी छिपे हुए थे।
इससे पहले गुरुवार रात सुरक्षाबलों को हंदवाड़ा इलाके में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। रात करीब 9 बजे इनकी तलाश शुरू हुई। तभी रात करीब दो बजे के करीब आतंकियों ने एक बिल्डिंग से फायरिंग शुरू कर दी। सुबह सुरक्षाबलों ने इन्हें ढेर कर दिया था।
वहीं 27 फरवरी को सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में जैश के दो आतंकियों को मार गिराया था। पुलवामा हमले के बाद से घाटी में सुरक्षाबलों का आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है। 24 फरवरी को भी कुलगाम के तुरिगाम इलाके में मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकियों को मार गिराया था। यह सभी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी बताए जा रहे थे. इस मुठभेड़ में डीएसपी अमित ठाकुर शहीद हो गए थे।
पाक कर रहा लगातार सीजफायर का उल्लंघन
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर शुक्रवार को पाकिस्तान ने एकबार फिर युद्धविराम उल्लंघन किया। सैन्य अफसर ने बताया कि पाक सेना की ओर से एलओसी पर पुंछ, कृष्णा घाटी, नवशेरा सेक्टर में गोलाबारी की गई। इसका जवाब दमदार ढंग से भारतीय सेना दे रही है। बीते एक सप्ताह में 60 बार पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया। इसमें करीब 70 नागरिक घायल हुए। एक महिला समेत 9 लोगों की मौत भी हुई है।