दो साल पूराने हिंसा के मामले में गैरजमानती वारंट जारी होने के बावजूद अखिलेश पति त्रिपाठी अदालत के सामने पेश नहीं हो रहे थे। कई बार अदालत से पेशी के लिए मिले नोटिस को नजरअंदाज करने के बाद त्रिपाठी आज दिल्ली की एक अदालत में पेशी के लिए पहुंचे थे। पेशी के दौरान अदालत ने पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद अदालत ने त्रिपाठी को 2 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्हें दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजा गया है।
बता दें कि त्रिपाठी पर 2013 में घटित एक हिंसा से जुड़ा मामला दर्ज है। आरोप है कि आप विधायक अखिलेश त्रिपाठी 20 फरवरी 2013 को अपने समर्थकों के साथ बुराड़ी थाने में अपहरण के आरोप में बंद दो लोगों को छुड़ाने के लिए गए थे। इस दौरान वहां पर भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने, मारपीट करने और थाने पर पथराव करने का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में विधायक के अलावा सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा करने, मारपीट, तोडफोड, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में केस दर्ज किया था। बताया जा रहा है कि त्रिपाठी पर आठ केस दर्ज हैं।
अखिलेश पति त्रिपाठी की गिरफ्तारी पर दिल्ली विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती ने कहा कि जानबूझकर 2 साल पुराने मामले में अखिलेश को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि भाजपा के विधायक ओपी शर्मा खुलेआम घूम रहे हैं।