महाराष्ट्र के बहुचर्चित कल्याण बलात्कार और हत्या मामले में एक नया मोड़ तब आया जब मुख्य आरोपी विशाल गवली ने शनिवार तड़के नवी मुंबई स्थित तलोजा जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। जेल अधिकारियों के मुताबिक, गवली ने सुबह करीब 3:30 बजे तौलिये की मदद से खुद को फांसी लगा ली। शव को पोस्टमार्टम के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल भेजा गया है।
विशाल गवली पिछले साढ़े तीन महीनों से तलोजा जेल में बंद था। दिसंबर में पुलिस ने बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराध के सिलसिले में गवली और उसकी पत्नी साक्षी गवली को गिरफ्तार किया था।
इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश की लहर दौड़ा दी थी। इसके कुछ ही समय बाद बदलापुर से भी यौन उत्पीड़न का एक और मामला सामने आया था, जिसमें दो नाबालिग बच्चे पीड़ित थे। यह घटना पिछले साल अगस्त की है।
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने समाज में ऐसे अपराधों की बढ़ती संख्या पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "समाधान यही है कि हमारी न्याय व्यवस्था तेजी से काम करे और समाज में जागरूकता फैलाई जाए।"
फडणवीस ने यह भी कहा कि ऐसे 95 प्रतिशत अपराध करीबी रिश्तेदारों या परिचितों द्वारा ही किए जाते हैं, जो इसे न केवल कानून व्यवस्था का मुद्दा बल्कि एक गंभीर सामाजिक समस्या बनाते हैं। उन्होंने बल दिया कि "समाज में महिलाओं और लड़कियों के प्रति संवेदनशीलता और सम्मान की भावना होनी चाहिए।"
विशाल गवली की कथित आत्महत्या के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि जेल प्रशासन ने उसकी मानसिक स्थिति का आकलन क्यों नहीं किया और क्या जेल में निगरानी व्यवस्था पर्याप्त थी? इस मामले की जांच जारी है और संभावना है कि जेल प्रशासन से भी जवाब तलब किया जाएगा।