गुजरात पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है, जिसके तहत 550 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई शुक्रवार देर रात शुरू हुई, जिसमें स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), क्राइम ब्रांच और पुलिस मुख्यालय की संयुक्त टीमें शामिल थीं।
यह अभियान राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के निर्देश पर चलाया गया, जिसका उद्देश्य भारत में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करना था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अहमदाबाद से 400 से अधिक और सूरत से करीब 120 घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया है। ये सभी अप्रवासी आधार कार्ड और पासपोर्ट जैसे फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्षों से गुजरात में रह रहे थे। सूरत के संयुक्त पुलिस आयुक्त राघवेंद्र वत्स ने बताया कि हिरासत में लिए गए सभी लोग बांग्लादेशी नागरिक हैं और उनके दस्तावेजों की जाँच की जा रही है। जाँच पूरी होने के बाद इन लोगों को वापस बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
यह अभियान शुक्रवार तड़के 3 बजे शुरू हुआ और विभिन्न शहरों में एक साथ संचालित किया गया। पुलिस ने मुखबिरों और स्थानीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर संदिग्ध इलाकों में तलाशी ली। हिरासत में लिए गए लोगों में पुरुष, महिलाएं और कुछ नाबालिग भी शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार, इनमें से कई अप्रवासी स्क्रैप डीलिंग, निर्माण कार्य या छोटे-मोटे व्यवसायों में लगे हुए थे।
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने इस कार्रवाई को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ एक अहम कदम बताया। उन्होंने कहा, "गुजरात में अवैध घुसपैठ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी टीमें लगातार ऐसी गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।"
पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि कुछ बिचौलिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने में शामिल थे, जिनकी तलाश जारी है। इस कार्रवाई से स्थानीय स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सशक्त होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि पहलगाम हमले के बाद शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।