अहमदाबाद में लंदन जाने वाले एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के तीन दिन बाद, अधिकारियों ने डीएनए परीक्षण के जरिए अब तक 47 पीड़ितों की पहचान कर ली है और 24 के शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।
चूंकि कई शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है या वे क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इसलिए अधिकारी इस भयावह त्रासदी के पीड़ितों की पहचान स्थापित करने के लिए डीएनए परीक्षण करा रहे हैं।
अतिरिक्त सिविल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने संवाददाताओं को बताया, "डीएनए मिलान के जरिए अब तक विमान दुर्घटना के कुल 47 पीड़ितों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 24 पीड़ितों के शव संबंधित परिवारों को सौंप दिए गए हैं। ये मृतक राजस्थान और गुजरात के विभिन्न हिस्सों से थे।"
गुरुवार को हुए विमान हादसे में बोइंग 787-8 (एएल171) पर सवार 242 यात्रियों और चालक दल के एक सदस्य को छोड़कर सभी लोग तथा जमीन पर मौजूद पांच एमबीबीएस छात्रों सहित 29 अन्य लोग मारे गए।
विमान गुरुवार दोपहर 1:39 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद मेघानीनगर में एक मेडिकल कॉलेज के परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
केंद्र सरकार ने शनिवार को विमान दुर्घटना के "मूल कारण" का पता लगाने और यांत्रिक विफलता, मानवीय भूल और नियामक अनुपालन सहित किसी भी योगदान देने वाले कारकों का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक पैनल का गठन किया।
केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाले पैनल को तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था।