दक्षिण कश्मीर के विभिन्न जिलों से आतंकियों ने तीन दिन में अगवा किए गए पुलिसवालों के सभी 11 परिजनों को छोड़ दिया है। बुधवार से पुलिसकर्मियों के परिजनों को अगवा करने का सिलसिला शुरू हुआ था। इसकी शुरुआत हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नाइकू के पिता समेत आतंकियों के चार रिश्तेदारों की गिरफ्तारी के बाद हुई थी। पुलिस ने कल ही चाराों को रिहा कर दिया है। कश्मीर के हिंसक अतीत में यह अदला-बदली की घ्ाटना कुछ अलग तरह की हँ।
आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन ने इन सभी को रिहा करते हुए धमकी दी है कि अगर हमारे परिवार के लोगों को तीन दिन के अंदर रिहा नहीं किया जाता है, तो फिर अगली बार किसी भी शख्स को नहीं छोड़ा जाएगा।
आतंकी संगठन के कमांडर के पिता को किया रिहा
इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाड नाइकू के पिता को रिहा किया। पुलिस ने बुधवार की रात को रियाज के पिता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इस बात की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि असदुल्लाह नाइकू को रिहा कर दिया गया है। हमने उनसे कुछ सवाल-जवाब किये, जिसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
ये सभी हुए आजाद
बुधवार रात को छापेमारी के बाद हिज्बुल कमांडर रियाज नाइकू के पिता असदुल्लाह नाइकू को पुलवामा जिले के अवंतिपोरा के बेगपोरा से गिरफ्तार किया था। वहीं आतंकी लतीफ टाइगर के रिश्तेदार गुलाम हसन और उनके दो भाई जुबैर अहमद और नदीम अहमद की गिरफ्तारी हुई थी। सूत्रों के मुताबिक सभी चार को शुक्रवार को रिहा कर दिया गया।
परिजनों के साथ अगवा किए गए पुलिसकर्मियों को भी किया गया रिहा
आतंकियों द्वारा रिहा किए गए पुलिसकर्मियों में पुलवामा के सब-इंस्पेक्टर इरफान गुलजार, कॉन्स्टेबल शब्बीर अहमद जरगर और एसपीओ जावेद अहमद डार शामिल हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मियों के रिहा हुए परिजनों में डीएसपी के भाई गौहर अहमद मलिक के अलावा शोपियां के अदनान अशरफ शाह, एक डीएसपी का भतीजा, फैजान बशीर मकरू, जुबैर अहमद भट, गुलाम मोहम्मद डार और आरिफ हुसैन शामिल हैं।
पुलिसकर्मियों को आतंकियों की धमकी
दरअसल, नाइकू के पिता को दो दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था। नाइकू ने चेतावनी के लहजे में कहा, ‘पुलिसकर्मियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी नौकरियों को छोड़ दें या खराब से खराब स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहें।’ अगवा हुए रिश्तेदारों में पुलिस अधिकारियों के 9 बेटे और दो भाई शामिल थे।
वहीं, अपहरण की नई घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘11 अपहरण! यह घाटी की स्थिति का एक बहुत ही चिंताजनक प्रतिबिंब है।’