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अब उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल और कोचिंग संस्थान 30 अप्रैल तक बंद लेकिन पूर्व निर्धारित परीक्षाएं की जा सकती हैं आयोजित

उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये राज्य सरकार ने कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और...
अब उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल और कोचिंग संस्थान 30 अप्रैल तक बंद लेकिन पूर्व निर्धारित परीक्षाएं की जा सकती हैं आयोजित

उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये राज्य सरकार ने कक्षा एक से 12 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 30 अप्रैल तक बंद किये जाने की आज घोषणा की । इस अवधि में सभी कोचिंग संस्थान भी बंद रहेंगे। पूर्व निर्धारित परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर बैठक में कोविड-19 की  स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के  लिए ‘टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट’ के लक्ष्य को निरन्तर ध्यान में रखते हुए  प्रभावी प्रयास किए जाएं। कोविड-19 की टेस्टिंग में वृद्धि की जाए।

उन्होंने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों, आवश्यक औषधियों,  मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित आॅक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखी  जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों में  वेन्टिलेटर्स तथा हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एच0एफ0एन0सी0) की उपलब्धता अवश्य  रहे। वेन्टिलेटर्स एवं एच0एफ0एन0सी0 की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने के  लिए लगातार समीक्षा करते हुए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रबन्ध किए जाएं।  उन्होंने लेवल-2 तथा लेवल-3 के बेड की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश  भी दिए।

मुख्यमंत्री ने लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी तथा  प्रयागराज में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर  कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि  जिन जनपदों में प्रतिदिन कोरोना के 100 या उससे अधिक केस मिल रहे हैं अथवा  जहां कुल एक्टिव केसों की संख्या 500 से अधिक है, ऐसे जनपदों में रात्रि 09  बजे से सुबह 06 बजे तक कोरोना कफ्र्यू लगाया जाए।  प्रदेश में कक्षा 01 से  कक्षा 12 तक के सभी सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों को 30 अप्रैल तक बन्द रखा जाए। पूर्व निर्धारित परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं।  उन्होंने कहा कि इस अवधि में कोचिंग सेन्टर्स भी बन्द रहेंगे।

मुख्यमंत्री  जी ने कहा कि सभी जनपदों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, पल्स आक्सीमीटर,  इन्फ्रारेड थर्मामीटर, सेनिटाइजर, एन्टीजन किट सहित सभी आवश्यक सामग्री की  पर्याप्त व्यवस्था की जाए। इस सम्बन्ध में किसी भी जनपद से से मांग  प्राप्त होने पर तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। सभी विभागों के कार्मिकों को आवश्यकतानुसार कोविड प्रबन्धन के कार्यों से जोड़ा जाए। युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, सिविल डिफेंस, एन0सी0सी0 तथा एन0एस0एस0 के सदस्यों  की भी सेवाएं प्राप्त की जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पर  प्रभावी नियंत्रण में स्वच्छता व सेनिटाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है।  इसके दृष्टिगत नगर विकास एवं ग्राम्य विकास विभागों द्वारा शहरी और ग्रामीण  इलाकों में स्वच्छता और सेनिटाइजेशन का कार्य मिशन मोड पर किया जाए।  उन्होंने कहा कि स्वच्छता व सेनिटाइजेशन के कार्य से कोविड-19 को नियंत्रित  करने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर यह डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया तथा  जे0ई0 की रोकथाम में भी उपयोगी होगा।

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