राजस्थान के अलवर जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जब एक युवक ने पत्नी के द्वारा घूंघट नहीं निकालने से नाराज होकर 3 साल की मासूम बेटी को मौत के घाट उतार दिया। दरअसल, यह मामला अलवर के बहरोड़ थाना इलाके का है, जब 'घूंघट' को लेकर बहस होने के बाद युवक ने पत्नी की गोद से अपनी तीन साल की बच्ची को छीनकर जोर से जमीन पर पटक दिया। इससे मासूम बच्ची की मौत हो गई। बाद में गुपचुप बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया। उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
इस घटना के बाद पत्नी ने पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। अभी तक आरोपी पिता का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहरोड़ थाना अधिकारी प्रेम प्रकाश ने बताया कि दिल को दहला देने वाली यह खौफनाक वारदात इलाके गादोज गांव में मंगलवार को हुई। इस सिलसिले में मोनिका यादव ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। मोनिका ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उसका पति प्रदीप यादव उसके द्वारा घूंघट नहीं निकालने नाराज हो गया था। इस पर उसने पहले तो पत्नी मोनिका से मारपीट की। बाद में तीन साल की बेटी प्रियांशी को पत्नी मोनिका की गोद से छीनकर जमीन पर फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद प्रदीप यादव मौके से फरार हो गया।
पुलिस के अनुसार मामला यहीं नहीं थमा, बल्कि आरोपी प्रदीप यादव ने गुपचुप में मासूम बच्ची का अंतिम संस्कार भी कर दिया। मोनिका की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस जहां आरोपी प्रदीप यादव की तलाश में जुटी है वहीं गुपचुप रूप से मासूम बच्ची का अंतिम संस्कार करने में शामिल होने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। बेटी की मौत के बाद मां मोनिका सदमे है।