अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति तारिक मंसूर ने आज यहां गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।
पीटीआई के मुताबिक, कुलपति ने विश्वविद्यालय परिसर में मोहम्मद अली जिन्ना की लगी तस्वीर को लेकर उठे विवाद के बीच प्रतिष्ठित शैक्षिणक संस्थान से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
बैठक के बारे में एक अधिकारी ने बताया कि सिंह ने विश्वविद्यालय में सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए मंसूर को केन्द्र सरकार से सभी सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
मंसूर ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि बैठक लंबे समय से तय थी और इसका वर्तमान विवाद से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने बताया , ‘मैंने गृह मंत्री से इंजीनियरिंग सेवा जैसे केन्द्रीय सेवाओं में छात्रों की भर्ती के लिए केन्द्र सरकार के अधिकारियों को भेजने का अनुरोध किया।'
कुलपति ने कहा कि एएमयू छात्र संघ के कार्यालय में 1938 से पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर लगी हुयी है अौर यह कोई मुद्दा नहीं है।भाजपा सांसद सतीश गौतम ने मंसूर को पत्र लिख कर तस्वीर पर आपत्ति व्यक्त की थी। इस मुद्दे को लेकर वहां हिंसा हुयी और 12 मई की परीक्षा रद्द कर दी गयी थी। इस सिलसिले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
कुलपति ने कल इस मुद्दे को लेकर धरने पर बैठे छात्रों को वापस जाकर पढ़ाई करने की नसीहत दी थी। एक खुले पत्र में उन्होंने उनसे ‘कुछ ताकतों के जाल में नहीं फसंने का अनुरोध किया जो हमारे संस्थान की छवि को नष्ट करने पर आमदा हैं और आपके उज्जवल भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं।'
विश्वविद्यालय ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ बातचीत के लिए संकाय के वरिष्ठ सदस्यों की 16 सदस्यीय एक समन्वय समिति गठित की है।
नारेबाजी करते हुए परिसर में घुस आये दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के दौरान दो मई को पुलिस के साथ हुए एक संघर्ष के बाद एएमयू के अनेक छात्र अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।
वे ‘पुलिस की निष्क्रियता’ और भाजपा के सांसद द्वारा चित्र पर आपत्ति जताये जाने के बाद जिस तरह से विवाद उत्पन्न हुआ उसकी न्यायिक जांच कराने की मांग कर रहे हैं।