जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 के हटने के बाद पाकिस्तान आतंकी साजिशों से बाज नहीं आ रहा है। अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के लांचिंग पैड से आतंकियों के घुसपैठ का नया वीडियो सामने आया है जिसमें आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन भारतीय जवानों ने 12 और 13 सितंबर को बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की कई घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की ओर से घुसपैठ की कोशिश के दौरान पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप (एसएसजी) कमांडो और आतंकियों पर भारतीय सेना ने ग्रेनेड से हमला किया और उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया।
आतंकियों की घुसपैठ कराने के प्रयास में लगा है पाक
लगातार इनकार करने के बावजूद पाकिस्तान भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने के प्रयास में लगा हुआ है। एलओसी पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान की ओर से की गईं लगभग 15 घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया है।
पिछले दिनों घुसपैठ की कोशिश कर रहे बैट के 4 से 5 घुसपैठियों को किया गया ढेर
इससे पहले पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान सेना की बड़ी साजिश का नाकाम कर दिया था। सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे बैट के 4 से 5 घुसपैठियों को ढेर कर दिया। भारतीय सेना घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों का वीडियो भी जारी किया था।
यहां देखें वीडियो-
#WATCH Army sources: Infiltration or attempted BAT(Border Action Team) action by Pakistan on 12-13 Sept 2019, was seen&eliminated. In video, Indian troops can be seen launching grenades at Pak's SSG(Special Service Group) commandos/terrorists using Under Barrel Grenade Launchers. pic.twitter.com/KOnYJPWyV8
— ANI (@ANI) September 18, 2019
250 से ज्यादा आतंकी सक्रिय
अनुच्छेद-370 के बाद से एलओसी के बेहद करीब पाक सेना की ओर से कई लॉन्च पैड सक्रिय हो गए हैं। ये लॉन्च पैड नियंत्रण रेखा से कुछ सौ मीटर से 2 किलोमीटर की दूरी पर हैं। गुरेज, मच्छल, केरन, तंगधार, उरी, पुंछ, नौशेरा, सुंदरबनी, आरएस पुरा, रामगढ़, कठुआ जैसे क्षेत्रों में इन लॉन्च पैड में 250 से अधिक आतंकवादी हैं। सूत्रों का कहना है कि आतंकवादियों की अनुमानित संख्या 150 है, लेकिन अनुमान 200 से 240 के बीच है।
8 महीने में 139 आतंकी ढेर
जानकारी के मुताबिक, साल 2019 में शुरुआती आठ महीनों में भारतीय सेना ने 139 आतंकवादियों को मार गिराया है। इस संख्या में नियंत्रण रेखा के साथ-साथ राज्य के भीतरी इलाकों में सेना के साथ विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए आतंकवादियों की संख्या भी शामिल है। ये आंकड़े एक जनवरी से 29 अगस्त तक सेना द्वारा मारे गए आतंकवादियों की संख्या के बारे में हैं। इसी अवधि के दौरान, घाटी में आतंकवाद संबंधी अभियानों में विभिन्न रैंकों से जुड़े 26 जवान शहीद हुए।