जोधपुर। बलात्कार के मामले में आरोपी आसाराम को जोधपुर जिले में तीसरी कक्षा की एक पाठ्य पुस्तक में महान संत के रूप में दिखाया गया है। पुस्तक में आसाराम को स्वामी विवेकानंद, गौतम बुद्ध, गुरु नानक और रामकृष्ण परमहंस जैसे महापुरुषों के बीच छापा गया है। योग गुरू रामदेव को भी जिले के कई सारे स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली नैतिक शिक्षा और सामान्य ज्ञान की पाठ्य पुस्तक 'नया उजाला' में संतों की सूची में शामिल किया गया है। अध्याय में कबीर, मीराबाई और शंकराचार्य की तस्वीरें भी छपी हैं और बच्चों से इन महान संतों की पहचान करने के लिए कहा गया है। इनमें आसाराम भी शामिल हैं। गौरतलब है कि बलात्कार के एक मामले में गिरफ्तार होने के बाद आसाराम जोधपुर जेल में है।
इस विवादित पाठ्य पुस्तक की आपूर्ति दिल्ली स्थित प्रकाशक गुरुकुल एजुकेशन बुक्स ने की है। आसाराम का नाम महान संतों के बीच शामिल करने के बारे में पूछे जाने के बाद पब्लिशिंग हाउस के एक प्रतिनिधि ने बताया कि जब यह किताब प्रकाशित हुई थी तब आसाराम के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं था। उन्होंने बताया, अब हम किताब को बाजार से वापस ले रहे हैं और आसाराम को हटाते हुए किताब का एक नया संस्करण तैयार किया जा रहा है। जब शिक्षा विभाग के अधिकारियों से किताब के बारे में पूछा गया तब उन्होंने मामले के बारे में अनभिज्ञता जताई। हालांकि, उन्होंने कहा कि उस स्कूल के अधिकारियों को नोटिस जारी किया जाएगा जहां यह पाठ्य पुस्तक पाठ्यक्रम का हिस्सा है।