बिहार के औरंगाबाद में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के मुख्य आरोपी भाजपा नेता अनिल सिंह ने आज यहां कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
Aurangabad communal violence case: Main accused Anil Singh surrenders before court. Earlier Police had said that he had fled from custody. #Bihar pic.twitter.com/sgY4DIIZAn
— ANI (@ANI) April 2, 2018
पुलिस के अऩुसार इससे पहले सिंह स्थानीय कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने के दौरान हिरास से भाग गया था। हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्हें पुलिस ने कभी गिरफ्तार किया था। औरंगाबाद में रामनवमी जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच पथराव और फायरिंग के बाद यहां हालात तनावपूर्ण हो गए थे। करीब 150 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
गौरतलब है कि औरंगाबाद में तनाव के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था। प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए थे। शहर में सीआरपीएफ ने फ्लैग मार्च कर मोर्चा संभाला और पूरे शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद यहां स्थित नियंत्रण में आई। हालांक तबतक उपद्रवियों ने बाजारों में जमकर तोड़फोड़ करते हुए करीब 50 दुकानों में आग लगा दी थी। शहर के नावाडीह मोहल्ले और सिन्हा सोशल क्लब में फायरिंग और बमबाजी, जबकि महाराजगंज रोड पर आगजनी की गई थी।
इसके बाद भागलपुर और नवादा में भी सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। भागलपुर में हुए तनाव के आरोपी और केद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उऩ्हें रविवार को भागलपुर कोर्ट में पेश किया गया और इसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।