देश के स्वाधीनता संग्राम में भारतीयों के संघर्ष का स्मरण करते हुए जोशी ने कहा कि हमारे महान शहीदों ने जो बलिदान दिया है उसके कारण ही हम स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन शहीदों के बलिदान से आने वाली पीढ़ियां प्रेरणा लेती रहेंगी। इस अवसर पर उनके साथ मुख्य संसदीय सचिव नवजोत कौर सिद्धू भी थीं।
मंत्री ने कहा कि अमृतसर अपने ऐतिहासिक, धार्मिक विरासत एवं पर्यटन महत्व के कारण विश्वविख्यात है और 170 फुट की ऊंचाई पर लहराता तिरंगा अमृतसर के निवासियों एवं पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। जोशी के अनुसार इस ध्वज को साफ मौसम में 16 किमी दूर से देखा जा सकता है। इस मौके पर भगत सिंह के पुश्तैनी गांव खटकड़कलां (नवांशहर) में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। उनके विचारो संबंधी पुस्तिकाएं बांटी गईं और उनके पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित किया गया।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    