आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को छोड़कर घर लौटे जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के 20 वर्षीय फुटबॉलर माजिद इरशाद को भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने ट्रेनिंग देने की पेशकश की है। उन्होंने कहा है कि वह माजिद को अपने सपने पूरे करने का मौका देंगे। वह दिल्ली स्थित उनके स्कूलों में ट्रेनिंग ले सकता है। भूटिया ने इसके लिए जम्मू-कश्मीर के फुटबॉल एसोसिएशन को एक चिट्ठी भी लिखी है।
40 वर्षीय भूटिया ने ट्वीट किया है,''मैं इस खबर (माजिद के बारे) को बढ़कर बेहद चिंतित हुआ। मैंने माजिद से संपर्क करने और अपने ऑफर से अवगत कराने के लिए जम्मू-कश्मीर फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष से बात की। माजिद दिल्ली स्थित बीबीएफ स्कूल में प्रशिक्षण ले सकते हैं, जिससे उनको पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी बनने का मौका मिलेगा। मुझे उम्मीद है कि माजिद मेरे प्रस्ताव को स्वीकार कर लेगा।''
माजिद ने गुरुवार की रात आत्मसमर्पण किया था। कुछ दिन पहले वह अपने घर से अचानक गायब हो गया था और बाद में उसकी एक तस्वीर राइफल लिए सोशल मीडिया में आई। इसने उसके परिवारवालों से लेकर रिश्तेदार और करीबी दोस्तों को काफी हैरान कर दिया था। माजिद की मां ने उससे लौट आने की अपील की थी और यह वीडियो काफी वायरल हुआ था। मंगलवार को उसके पिता को दिल का दौरा पड़ा था।
लश्कर में शामिल होने से पहले माजिद अनंतनाग के सरकारी डिग्री कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था। वह एक समाजसेवी संस्था के साथ काम भी करता था। ऐसा माना जा रहा है कि वह अपने दोस्त यावर निसार के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के बाद आतंकवादी संगठन में शामिल हो गया था। नासिर जुलाई में हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ जुड़ा था और तीन अगस्त को एक एन्काउंटर में मारा गया था।