मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में लोग सरदार सरोवर बांध का लम्बे समय से विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में डूब प्रभावित सैकड़ों विस्थापितों ने नीलम पार्क में गुरुवार को सिर मुंड़वा कर और प्रतीकात्मक शव रखकर सरकार का विरोध किया है। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर भी मौजूद रहीं।
Bhopal:Ppl shave heads&protst with symbolic body demnding rehabilitation of ppl displacd due to Sardar Sarovar Dam,Medha Patkar also present pic.twitter.com/oD4EccJpXM
— ANI (@ANI) September 14, 2017
लोगों का आरोप है कि बांध के चलते बेघर हुए लोगों के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है। विरोध प्रदर्शन कर रहे एक व्यक्ति ने बताया कि ये सरकार शव के समान है, जो किसी की बात नहीं सुनती। हम अपने अधिकार और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।
Govt dead otherwise would've listened to us. Several areas about to be submerged. Asking for our rights-rehabilitation&facilities: Protester pic.twitter.com/8GkX11MNHA
— ANI (@ANI) September 14, 2017
क्या है सरदार सरोवर बांध?
बता दें कि सरदार सरोवर बांध दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। यह नर्मदा नदी पर बना है और 800 मीटर ऊंचा है। नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 बांधों में सरदार सरोवर और महेश्वर दो सबसे बड़ी बांध परियोजनाएं हैं और इन दोनों ही परियोजनाओं का लगातार विरोध होता रहा है।
इन परियोजनाओं का उद्देश्य गुजरात के सूखाग्रस्त इलाकों में पानी पहुंचाना और मध्यप्रदेश के लिए बिजली पैदा करना है।