उन्होंने कहा, मैंने राष्टीय कार्यकारिणी से इस्तीफे की पेशकश नहीं की है लेकिन हां, मैंने अरविंद को लंबे समय से लंबित मुद्दों के बारे में एक नोट लिखा है।
हालांकि भूषण ने पत्र में उठाये मुद्दों के बारे में विस्तार से नहीं बताया और यह भी नहीं बताया कि इसे दिल्ली के मुख्यमंत्री को कब भेजा गया।
उन्होंने कहा, मुद्दे वहीं हैं जिनके बारे में हम बात करते रहे हैं। बस ये थोड़े और अधिक सुनियोजित तरीके से उठाये गये हैं।
योगेंद्र यादव के करीबी सूत्रों ने भी इस बात से इनकार किया कि उन्होंने भूषण के साथ इस्तीफे की पेशकश की है। सूत्रों के अनुसार पार्टी आज यादव के प्रतिनिधियों के साथ तीसरे दौर की बैठक करेगी।
भूषण ने पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र, स्वराज और प्रभुत्ववादी नजरिये समेत अनेक मुद्दों को उठाया था। उन्होंने संगठन के कामकाज में उच्च स्तर की पारदर्शिता लाने की बात कही थी।
भूषण ने सोमवार को एक एसएमएस भेजकर केजरीवाल से मुलाकात करने और सारे विवाद को समाप्त करने की इच्छा जताई थी। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जवाब में कहा कि वे जल्द ही मिलेंगे लेकिन बजट सत्र के बाद ही यह मुलाकात होगी।